- 8000 पुलिस बल, PAC और RAF को तैनात किया, पूरा बरेली मंडल हाईअलर्ट पर
- बरेली में अगले दो दिनों तक बंद रहेगा इंटरनेट, कल ‘जुमे की नमाज़’ को लेकर सतर्कता
बरेली |
बरेली में बढ़ते तनाव और हाल के एनकाउंटर कार्रवाइयों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार दोपहर को एक बार फिर जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
आज जारी दशहरा उत्सव के दौरान अशांति न फैले और कल शुक्रवार को जुमे की नमाज़ को देखते हुए बरेली डिवीजन में ड्रोन और खुफिया एजेंसियों की तैनाती के साथ हाई अलर्ट कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और SMS सेवाओं को 2 अक्तूबर की दोपहर 3 बजे से 4 अक्तूबर की दोपहर 3 बजे तक के लिए निलंबित कर दिया है।
बता दें कि बीते रविवार की रात को ही बरेली में दो दिन की बंदी के बाद इंटरनेट सेवा दोबारा शुरू हुई थी।
बरेली में पुलिसकर्मियों की संख्या 4500 से बढ़ाकर 8,000 कर दी गई है। साथ ही PAC और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान सड़कों पर गश्त कर रहे हैं।
पुलिस ड्रोन के जरिए हालात पर नजर रही है।
डिवीजनल कमिश्नर भूपेंद्र एस चौधरी के आदेश पर गांधी जयंती व विजयदशमी के चलते पूरे बरेली मंडल (बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर) को हाई अलर्ट पर रखा है।
तीन एनकाउंटर और दर्जनों गिरफ्तारियों से लोगों में डर
बरेली में हाल के दिनों में कई एनकाउंटर और गिरफ्तारियाँ हुई हैं, जिसके कारण शहर में तनाव का माहौल है।
1 अक्तूबर को शाहजहांपुर निवासी मोहम्मद इदरीस उर्फ बोरा और इकबाल उर्फ बुंदन खान के साथ मुठभेड़ में गोलीबारी हुई, जिसमें दोनों घायल हुए।
पुलिस का दावा है कि इन लोगों ने 26 सितंबर को प्रदर्शन के दौरान एक कांस्टेबल का हथियार छीनकर फायरिंग की थी।
इसके अलावा, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के जिला अध्यक्ष ताजिम को भी मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। इन कार्रवाइयों से स्थानीय परिवारों में डर का माहौल है, और कई घर बंद पड़े हैं।
कांग्रेस नेता अजय राय ने आरोप लगाया कि योगी सरकार इस मुद्दे को राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए इस्तेमाल कर रही है।
दूसरी ओर, बरेली के एसपी अनुराग आर्य ने कहा कि कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ है जो अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे और यह जारी रहेगी।
26 सितंबर को भड़की थी हिंसा
बरेली में यह तनाव ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में 26 सितंबर को हुए प्रदर्शन के बाद शुरू हुआ, जिसमें हिंसा भड़क उठी थी।
इस घटना में इस्लामी गुरु मौलाना तौकीर रजा खान समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही, उनके सहयोगी नदीम को भी हिरासत में लिया गया। पुलिस के मुताबिक, नदीम ने व्हाट्सएप के जरिए 1,600 लोगों की भीड़ जुटाई थी।

