- दाखिल खारिज कराने के लिए सालभर से चक्कर काट रहा था पीड़ित
- राजस्व कर्मी ने 5000 रुपये की रिश्वत मांगी, इनकार पर काम लटकाया
- वायुसेना के रिटायरकर्मी ने विजिलेंस में शिकायत की, रंगेहाथ पकड़ा गया
जहानाबाद| शिवा केसरी
बिहार में आम जनता को बिना रिश्वत लिए सरकारी काम करवाना कितना मुश्किल है, इसका एक उदाहरण जहानाबाद जिले में देखने को मिला। एक वायुसेना के रिटायर कर्मी ने सरकारी कर्मचारी को रिश्वत देने से मना कर दिया तो अपना काम करवाने के लिए उन्हें सालभर चक्कर लगाने पड़े। आखिर में विजिलेंस टीम की मदद से आरोपी रिश्वतखोर राजस्व कर्मी को रंगे हाथों पकड़ा गया है।
यहां वायुसेना के एक रिटायर कर्मचारी को अपनी जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए एक साल से चक्कर लगाने पड़ रहे थे। आरोप है कि राजस्व कर्मी अविनाश कुमार अनिल ने ऑनलाइन आवेदन जानबूझकर कैंसिल कर दिया और जब वे राजस्व विभाग के दफ्तर पहुंचे तो उनसे 5000 रुपये की रिश्वत मांगी गई।
पिंजौर गांव के रहने वाले और वायुसेना से रिटायर हुए पुष्कर कुमार ने रिश्वत देने से साफ इनकार कर दिया तो उनका आवेदन लटका दिया गया था। सालभर से सरकारी विभाग के चक्कर काट रहे पीड़ित ने फिर विजिलेंस विभाग से शिकायत की।
7 अक्तूबर को मौके पर पहुंचकर विजिलेंस विभाग ने उस राजस्व कर्मी को रंगे हाथों 5000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया और FIR दर्ज करायी है। निगरानी विभाग के DSP गौतम कृष्ण ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में राजस्व कर्मी ने यह माना कि रिश्वत का रूपया विभाग के आला अफसरों तक पहुंचता है। डीएसपी गौतम कृष्ण रिश्वत लेते पकड़ा गया राजस्व कर्मी जहानाबाद सदर ब्लॉक के चार पंचायतों का प्रभारी था।


