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बिहार : CM नीतीश कुमार ने स्कॉलरशिप दोगुनी की, कल PM मोदी युवाओं को साधेंगे 

NDA के बैनर तले JDU और BJP बिहार चुनाव में उतरेंगे।

NDA के बैनर तले JDU और BJP बिहार चुनाव में उतरेंगे।

 पटना/नई दिल्ली |

बिहार में विधानसभा चुनावों की घोषणा कभी भी हो सकती है, ऐसे में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक बुलाई कैबिनेट बैठक बुलाई।

इसमें युवाओं के लिए विशेष में 129 एजेंडों पर मुहर लगाई, जिसमें छात्रों के लिए स्कॉलरशिप राशि को दोगुना करने का बड़ा ऐलान शामिल है।

वहीं, शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल संवाद के जरिए बिहार के युवाओं को रिझाने की तैयारी में हैं, जो चुनावी माहौल को और गर्म कर सकता है।

गौरतलब है कि आचार संहिता लागू होने से पहले बिहार सरकार की घोषणाएँ सियासी गलियारों में चर्चा का विषय हैं। राजद व कांग्रेस लगातार युवाओं को साध रहे हैं, ऐसे में इन घोषणाओं का महत्व बढ़ जाता है। 

नीतीश का स्कॉलरशिप ऐलान

नीतीश कैबिनेट ने छात्रवृत्ति योजनाओं में बड़ा बदलाव किया। कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए मुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना के तहत सामान्य कोटे (अल्पसंख्यक सहित) के छात्रों को अब सालाना ₹1800 की जगह ₹3600 मिलेगी, जिस पर सालाना ₹99.21 करोड़ खर्च होंगे। कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए भी राशि दोगुनी की गई- 

  • कक्षा I से IV: ₹600 से ₹1200 प्रति साल
  • कक्षा V से VI: ₹1200 से ₹2400 प्रति साल
  • कक्षा VII से VIII: ₹1800 से ₹3600 प्रति साल,  इस पर सालाना ₹300 करोड़ का बजट होगा।

 

इसके अलावा, बिहार में एक नया फिल्म और नाटक संस्थान खोलने, किसानों के लिए तेल फसलों और मसूर दाल की खेती को बढ़ावा देने (₹25.85 करोड़ और ₹95.85 करोड़), और जलापूर्ति परियोजनाओं (पूर्णिया ₹284.79 करोड़, डेहरी-डालमियानगर ₹33.30 करोड़, मोतिहारी ₹187.13 करोड़) को मंजूरी दी गई।

PM मोदी का युवा फोकस, ऑनलाइन संबोधन करेंगे

सीएम के कैबिनेट फैसलों की घोषणा के कुछ देर बाद ही खबर आई कि 4 अक्टूबर (शनिवार) को पीएम मोदी बिहार के युवाओं को संबोधित करेंगे। इसे चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। गौरतलब है कि बिहार में NDA की सरकार है। 
यह संवाद बिहार सरकार की ओर से आयोजित होगा और इसमें युवाओं के लिए नौकरी व शिक्षा से जुड़े बड़े ऐलान की उम्मीद है।
यह कदम नीतीश के फैसलों के जवाबी हमले के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि NDA और महागठबंधन दोनों युवा वोटरों को साधने की कोशिश में हैं।
नीतीश के फैसले से जदयू अपने वोट बैंक (छात्र और किसान) को मजबूत करना चाहती है, जबकि पीएम मोदी का संवाद बीजेपी की युवा अपील को बढ़ावा दे सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये कदम 2025 के विधानसभा चुनावों में निर्णायक साबित होंगे।
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