- नरकटियागंज विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लडे़ंगी किन्नर माया रानी, रोड शो में बड़ी संख्या में मौजूद रहे स्थानीय लोग
बेतिया | मनोज कुमार
आमतौर पर किन्नरों को किसी शादी-समारोह नाचते-गाते और बधाई देते देखा जाता है पर बीते बुधवार को बेतिया में कई जिलों के किन्नर अपनी गुरू को विधायक बनाने के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए नाजतीं-गातीं और नारे लगाती दिखीं। इस दृश्य ने पूरे बिहार ही नहीं देश का भी ध्यान खींचा क्योंकि राजनीति मेें तीसरे जेंडर की भागीदारी गिनती भर की है। मारा रानी किन्नर के लिए हुए रोड शो की खास बात यह रही कि उसमें बहुत बड़ी तादाद में स्थानीय महिला-पुरुष भी शामिल थे। बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा के पहले पश्चिमी चंपारण में किन्नरों की गुरू माया किन्नर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक दी है।
‘अब तक जमींदार विधायक बनते रहे हैं..अब हमारी गुरू माया रानी विधायक बनेंगीं। न हमारा कोई परिवार है और न कोई संतान, हमारी गुरु जनता की सेवा करेगी, अस्पताल बनवाएगी।’ – माया किन्नर के समर्थन में रोड शो के दौरान किन्नर बोले।
नरकटियागंज विधानसभा चुनाव से पहले नगर का गोपाल ब्रह्मा स्थान राजनीति का नया केंद्र बन गया। किन्नर समाज की प्रमुख चेहरा माया रानी के नेतृत्व में निकले रोड शो ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है क्योंकि पहले कभी नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से कोई किन्नर राजनीति में नहीं उतरा। बिहार में ऐसा नजारा पिछले विधानसभा चुनाव (2020) में गोपालगंज जिले मेें देखने को मिला था जब एक किन्नर चुनाव लड़ी और उन्हें अच्छे खासे वोट भी मिले थे।
यूपी की किन्नरों ने भी रोड शो में भाग लिया
रैली में प. चंपारण जिले के जिला मुख्यालय बेतिया के अलावा मैनाताड़ से किन्नर आईं। पड़ोसी जिले गोपालगंज और सिवान से भी किन्नरों ने भागीदारी की। साथ ही यूपी के गोरखपुर से भी आई किन्नर रानियों ने नाचते-गाते हुए ‘माया रानी जिन्दाबाद’ के नारे लगाए। इन रैलियों की खास बात यह रही कि इसमें किसी राजनीतिक या समुदाय के झंडे की जगह तिरंगा फहराते हुए समर्थक आगे बढ़े।
बड़ी संख्या में स्थानीय लोग रोड शो में रहे
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किन्नर समुदाय के साथ-साथ हजारों की संख्या में नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और पुरुषों की भारी भीड़ ने माया रानी के समर्थन में नारे लगाए—’हमारा नेता कैसा हो, माया रानी जैसा हो’। गोपाला ब्रह्म स्थान से शुरू हुई यह रैली अस्पताल रोड, शिवगंज, शहीद चौक, बाजार होते हुए हरदिया और धूमनगर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।
अब हम बदलाव की नेग मांग रहे हैं : किन्नर माया रानी
भीड़ से उत्साहित माया रानी ने रोड शो के दौरान कहा कि समाज में किन्नरों की भी भागीदारी होनी चाहिए, हम घर-घर जाकर खुशियों की दुआएं देते हैं लेकिन खुद उपेक्षित रहते हैं, अब हम खुशियों के बदले बदलाव और विकास की नेग मांग रहे हैं। रोड शो में मिले जनसमर्थन से संकेत मिलते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में माया रानी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पारंपरिक दिग्गज नेताओं को कड़ी चुनौती दे सकती हैं।
नरकटियागंज सीट से दिग्गजों को टक्कर देंगी किन्नर माया रानी
परिसीमन के बाद बनी नरकटियागंज सीट पर अब तक 4 चुनाव (2010, 2014 उपचुनाव, 2015, 2020) हो चुके हैं, जिनमें बीजेपी का दबदबा देखने को मिला है। इस सीट पर 2010 में बीजेपी के सतीश चंद्र दुबे ने जीते, 2014 के उपचुनाव में भी बीजेपी की जीत हुई और रश्मि वर्मा विधायक बनीं। फिर 2015 में कांग्रेस के विनय वर्मा ने बीजेपी की रेणु देवी को 16,061 वोटों के अंतर से मात दी। हालांकि 2020 में बीजेपी की रश्मि वर्मा ने विनय वर्मा को 21,134 वोटों के अंतर से हराया।
पिछले चुनाव में हथुआ सीट से लड़ा था किन्नर प्रत्याशी
बिहार में हाल के वर्षों मेें यह दूसरा मौका है जब कोई किन्नर विधानसभा चुनाव में ताल ठोंकने को तैयार हैं। इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में गोपालगंज जिले के हथुआ विधानसभा से मुन्ना किन्नर ने चुनाव लड़ा और पांच हजार वोट पाए।
MP से किन्नर विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचीं
भारत में पहली किन्नर विधायक मध्यप्रदेश से शबनम मौसी बनीं। उन्होंने 1998 में MP के भोपाल जिले से निर्दलीय चुनाव जीता और भारत की पहली ट्रांसजेंडर विधायक के रूप में नाम रौशन किया।