- 18 जिलों की 121 सीटों पर 1314 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 3.75 करोड़ मतदाता करेेंगे।
पटना |
बिहार में नई सरकार चुनने के लिए पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होने जा रही है। इस दौरान 18 जिलों की 121 सीटों पर 1314 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 3.75 करोड़ मतदाता करेेंगे।
इस फेज में निवर्तमान NDA सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा की किस्मत का फैसला होगा। साथ ही, NDA सरकार के 16 मंत्रियों को भी जनता अपना फैसला सुनाएगी, जिसमें 11 BJP और 5 JDU के हैं।
पहले चरण में राजद के सबसे ज्यादा 72 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला होना है, जो महागठबंधन में मुख्य सहयोगी पार्टी है। 6 नवंबर को वोटिंग सुबह 7 से शाम 6 बजे तक कुल 90,712 बूथों पर होगी, इसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (भाजपा) – तारापुर (मुंगेर) सीट
भाजपा नेता व NDA में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मुंगेर जिले की तारापुर विधानसभा से उम्मीदवार हैं, इससे पहले वे MLC थे। उनके लिए यह प्रतिष्ठा की लड़ाई है क्योंकि यह उनके पिता शकुनी चौधरी की राजनीति का क्षेत्र रहा है। यहां उनका मुकाबला महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अरूण साह से है। इस सीट से जनसुराज ने डॉ. संतोष कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि जनसुराज के कई नेताओं को सम्राट चौधरी ने अपने पाले में करके BJP की शपथ दिलवा दी थी, जिससे जनसुराज के प्रत्याशी का बेस कमजोर हुआ है। दूसरी ओर, 5 नवंबर को बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी आशीष आनंद ने घोषणा कर दी कि वह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को समर्थन देंगे।
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) – लखीसराय सीट
बिहार विधानसभा के स्पीकर रह चुके डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के लिए भी यह प्रतिष्ठा की लड़ाई है। वे तीन बार से यहां के विधायक रह चुके हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस की प्रत्याशी अमलेश कुमार अनीश से मात्र साढ़े दस हजार वोट से जीत पाए थे। महागठबंधन की ओर से इस बार फिर से कांग्रेस ने अमलेश कुमार अनीश को टिकट दिया है, माना जा रहा है कि वे इस बार फिर से डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को कड़ी चुनौती देंगे।
यहां NDA की ओर से अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, रेखा गुप्ता जैसे बड़े नेता प्रचार कर चुके हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी का दौरा हुआ है।

