- पूर्व विधायक अशोक सिंह का आरोप है कि एक मुखिया के जरिए ऑफर दिया गया।
- सासाराम विधानसभा सीट से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी ने रालोमो से पर्चा भरा है।
- इसी सीट से कुशवाहा समाज के नेता व पूर्व विधायक अशोक सिंह मैदान में हैं।
सासाराम | अविनाश श्रीवास्तव
भाजपा के बाद अब रालोमो (RML) पर छोटे दलों के उम्मीदवार को लालच देकर बैठाने का आरोप लगा है। सासाराम विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व विधायक अशोक सिंह ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा पर 2 करोड़ रुपये और एक एमएलसी सीट देकर नामांकन वापस लेने का बड़ा आरोप लगाया है।
इस मामले का एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि अशोक सिंह पहले जदयू से विधायक रह चुके हैं और फिलहाल बहुजन समाज पार्टी (BSP) से सासाराम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस मामले मेें रालोमो की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अशोक सिंह का कहना है कि,
“उपेंद्र कुशवाहा को डर है कि उनकी पत्नी स्नेह लता चुनाव हार जाएंगी, इसलिए वे पैसे और पद का लालच देकर नामांकन वापस करने के लिए दबाव बना रहे हैं। लेकिन मैं किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगा।”
उन्होंने आगे कहा कि “सासाराम की जनता सब जानती है। कुशवाहा की पत्नी चुनाव में चौथे नंबर पर रहेंगी।” बता दें कि इस सीट से उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पत्नी स्नेहलता को टिकट दिया है।
मुखिया को ऑफर देने के लिए भेजा – पूर्व विधायक अशोक सिंह
पूर्व विधायक अशोक सिंह का कहना है कि मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे का समय था जब वे अपने होटल में बैठे थे। इसी दौरान राजेश कुमार नाम का एक मुखिया उसने मिलने पहुंचा।
अशोक सिंह का कहना है कि
“मुखिया राजेश ने उसने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जी आपसे बात करना चाहते हैं और उन्होंने आपको 2 करोड़ रुपये और एक एमएलसी सीट देने की पेशकश की है, अगर आप सासाराम विधानसभा से नामांकन वापस ले लेते हैं।”
अशोक सिंह का कहना है कि ऑफर सुनकर वे भड़क गए और राकेश को तुरंत वहां से जाने को कह दिया और इसकी जानकारी मीडिया को दी।
दोनों कुशवाहा समाज के प्रत्याशी
उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेह लता कुशवाहा अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा से मैदान में हैं और अशोक सिंह बसपा की ओर से। दोनों ही कुशवाहा समाज से आते हैं, जिससे इस सीट पर कुशवाहा मतदाताओं का समीकरण काफी अहम माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा को डर है कि एक ही समाज से आने वाले दो उम्मीदवारों की मौजूदगी से वोट बंट सकता है, जिससे उनकी पत्नी को नुकसान हो सकता है।
त्रिकोणीय मुकाबला संभव
इस सीट पर मुकाबला अब त्रिकोणीय हो गया है — एक ओर BSP के अशोक सिंह, दूसरी ओर राष्ट्रीय लोक मोर्चा की स्नेह लता कुशवाहा, और तीसरी ओर राजद प्रत्याशी सत्येंद्र शाह।
हालांकि, सत्येंद्र शाह की गिरफ्तारी झारखंड के एक पुराने डकैती मामले में हो चुकी है और वे फिलहाल जेल में हैं, जिससे चुनावी माहौल और भी दिलचस्प बन गया है।

