चित्रकूट (यूपी) | अन्नू मिश्रा
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को लेकर कहा जाता है कि इससे बिचौलियों का खेल बंद हो जाएगा पर असलियत ये है कि फ्रॉड करने के नए रास्ते खोज लिए गए हैं। इस मामले का ताजा उदाहरण यूपी के चित्रकूट जिले में सामने आया, जिसमें 93 रिटायर टीचरों के खाते में पेंशन के ज्यादा रुपया डालकर करीब 43.13 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया गया।
ट्रेजरी विभाग की जांच में ये जानकारी सामने आने पर सभी खाते सीज कर दिए गए। 17 सितंबर को विभाग की तहरीर पर 93 खाताधारक टीचर, 2 ट्रेजरी कर्मी और दो उनके सुपरवाइजरों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। इस मामले की जांच करने के लिए सीओ के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है।
2018 से जारी था फ्रॉड, 50 लाख तक का ट्रांजेक्शन
एफआईआर के मुताबिक, 2018 से ये फ्रॉड चल रहा था जिसमें 93 रिटायर टीचरों के बैंक खातों में एक्स्ट्रा रुपया भेजकर घोटाला किया जा रहा था। इन खातों में लगातार पांच लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक की रकम ट्रेजरी से भेजी जाती रही।
कोषागार विभाग के कुछ कर्मचारियों ने दलालों के नेटवर्क के साथ मिलकर सेवानिवृत्त शिक्षकों के खातों का दुरुपयोग किया। बिचौलियों ने अपने परिचितों और रिश्तेदारों को भरोसे में लेकर उनके खाता नंबरों का इस्तेमाल घोटाले की रकम के लेनदेन के लिए किया।

