नई दिल्ली|
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली करने का फैसला किया है। यह फैसला मंगलवार को इंदिरा भवन में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी मौजूद थे।
कांग्रेस का कहना है कि एसआईआर के जरिए लोगों के नाम जानबूझकर मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। पार्टी का चुनाव आयोग पर आरोप है कि चुनाव आयोग बिहार की तरह ही बाकी राज्यों में भी इसी नीति को लागू कर रहा है। कांग्रेस ने बताया कि एसआईआर के खिलाफ चलाए गए राष्ट्रीय हस्ताक्षर अभियान में लगभग 5 करोड़ लोगों ने समर्थन दिया है।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया पर कई राज्यों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि केरल विधानसभा ने इसे स्थगित करने का प्रस्ताव भी पारित किया, लेकिन चुनाव आयोग ने किसी की बात नहीं मानी। वेणुगोपाल का आरोप है कि चुनाव आयोग भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और एसआईआर के खिलाफ देशभर में लड़ाई जारी रखेगी। पार्टी का कहना है कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र और विपक्षी दलों को कमजोर करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने इससे पहले बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान करीब 47 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए थे। अब यही प्रक्रिया केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में शुरू की गई है, जहाँ 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
