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Exclusive : लखीसराय के तीन बूथों पर वोट ही नहीं पड़े, प्रशासन मनाकर थक गया, विकास के झूठे वादे से नाराज जनता ने वोट नहीं दिया

पिपरियाडीह मतदान केंद्र पर कोई वोटर नहीं पहुंचा।

पिपरियाडीह मतदान केंद्र पर कोई वोटर नहीं पहुंचा।

 

लखीसराय | गोपाल प्रसाद आर्य

बिहार के लखीसराय जिले के तीन मतदान केंद्रों पर गुरुवार (6 nov) को एक भी वोट नहीं पड़ा। यहां प्रशासन जनता को मनाते-मनाते थक गया पर सरकार के वादों से पांच साल में निराश हो चुके ग्रामीण वोटिंग को नहीं पहुंचे।

लखीसराय विधानसभा क्षेत्र के पिपरिया प्रखंड के तीन गांव कन्हरपुर, डीह पिपरिया और बसुना गांव में वोटिंग नहीं हुई। यहां की बूथ संख्या 2, 3, 5 पर पूरे दिन बूथ कर्मी बैठे मतदाताओं का इंतजार करते रह गए।

इस मामले की वरिष्ठ प्रशासनिक सूत्रों ने पुष्टि की है, हालांकि इस पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान देनेे को तैयार नहीं हुआ। बता दें कि प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि जिले में शत प्रतिशत मतदान होना चाहिए।

तीन बूथों के मतदाताओें ने एक मत में वोट बहिष्कार करते हुए कहा कि पांच साल में उनके क्षेत्र के लिए एक सड़क तक नहीं बनी जो उनकी सबसे बड़ी जरूरत है इसलिए वे वोट नहीं डालेंगे। जिला प्रशासन के अधिकारी व रिटर्निंग अधिकारी ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की पर ग्रामीण नहीं टूटे और वोट बहिष्कार पर एकमत बने रहे।

सूर्यागढ़ा विधानसभा का मामला, विधायक को दोबारा टिकट नहीं मिला

यह क्षेत्र सूर्यागढ़ा विधानसभा में आता है जिसके विधायक प्रह्लाद यादव ने पिछली बार राजद के टिकट पर सीट जीती थी पर इस साल NDA ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस सीट से NDA ने जदयू से रामानंद मंडल को प्रत्याशी बनाया जो लोगों को समझाने के लिए गांव पहुंचे पर ग्रामीणों ने एक सुर में पिछले विधायक की शिकायत की और कहा कि वे अब नेताओं के वादे की झांसे में नहीं आएंगे।

2200 वोटरों ने वोट नहीं डाला

अभी तक की जानकारी के मुताबिक, बिहार में पहले चरण के मतदान के दौरान यह ऐसी पहली ज्ञात घटना है जहां वोटिंग ही नहीं हुई जबकि तीनों बूथों को मिलाकर करीब 2200 मतदाता हैं। अकेले पिपरिया डीह बूथ पर 291 वोटरों ने वोट नहीं दिया।

 

एप्रोच रोड न बनने से निराश, पूर्व विधायक का ही गृह पंचायत

पिपरिया डीह बसौना रोड पर एप्रोच रोड न बनने से नाराज ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार किया।

डीह पिपरिया गांव के लोगों ने अपने गांव में एक बैनर टांग रखा था जिसमें पर लिखा है – “ग्राम पिपरिया डीह बसौना से पिपरिया डीह जाने वाली रोड का एप्रोच रोड न बनने के कारण मेरा रोड बाधित है।”

इससे साफ है कि यह एप्रोच रोड इस गांव के लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है कि उन्होंने पांच साल में एक बार आने वाले उस चुनाव को नकार दिया जिसके बूते वे विधायक और राज्य सरकार को बदल सकते थे। यह इलाका जिस पिपरिया पंचायत में आता है, यही ग्राम पंचायत पूर्व विधायक प्रह्लाद का पैतृक इलाका है, लोगों का कहना है कि इसके बाद भी विधायक ने काम नहीं करवाया।

इस सीट से राजद ने अमित सागर चौधरी को खड़ा किया है। एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी अशोक सिंह भी यहां कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

 

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