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महागठबंधन के नए सहयोगी दल IIP की किस्मत का फैसला आज

तेजस्वी यादव के साथ विमान में IIP पार्टी के संस्थापक इंजीनियर आईपी गुप्ता पान।

तेजस्वी यादव के साथ विमान में IIP पार्टी के संस्थापक इंजीनियर आईपी गुप्ता पान।

 

खगड़िया/मुंगेर/सहरसा|

महागठबंधन के सातवें सहयोगी दल बनकर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रही IIP पार्टी की किस्मत का फैसला आज हो रही वोटिंग में हो जाएगा। इस पार्टी के नेता इंजीनियर आईपी गुप्ता पान ने बिहार चुनाव प्रचार में काफी चर्चा बटोरी है।

सिर्फ तीन साल पहले अस्तित्व में आई इंडियन इनक्लूसिव पार्टी यानी IIP को महागठबंधन ने तीन सीटें दी हैं। इन तीनों सीटों पर 6 नवंबर को चुनाव हो रहा है। आईआईपी को मिली तीन सीटों की अहमियत ऐसे समझी जा सकती है कि बिहार की पुरानी पॉलिटिकल पार्टी सीपीआई (एम) को महागठबंधन से 4 ही सीटें मिलीं।

IIP की तीन सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग हो रही है, यानी इस पार्टी की किस्मत का फैसला पहले ही चरण में हो जाएगा। सहरसा विधानसभा की सीट पर खुद आईपी गुप्ता पान खड़े हैं, इनकी सीट पर प्रचार करने के लिए महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव पहुंचे थे।

पारंपरिक रूप से कपड़ा बनाने वाले तांती-ततवा पान समाज बिहार में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बन गया है। दरअसल इन्हें बिहार में SC की सूची से हटाकर आर्थिक रूप से पिछड़ी सूची (EBC) में डाल दिया गया था, जिसका यह समुदाय विरोध कर रहा है। आईपी गुप्ता बिहार में पान समाज को राजनीतिक मंच दे रहे हैं और उनका कहना है कि उनका समाज 85 लाख लोगों का है। ऐसे में महागठबंधन IIP पार्टी को खासा अहमियत दे रही है।

महागठबंधन ने IIP पार्टी के एक प्रत्याशी को खगड़िया जिले में कांग्रेस के मिथिलेश निषाद से फ्रेंडली फाइट में तक उतार दिया है। यहां IIP की उम्मीदवार तनिशा चौहान लड़ रही हैं जिनका कहना है कि वे ही महागठबंधन की असली प्रत्याशी हैं। बेलदौर की सीट पर आज चुनाव हो रहा है। 

इसके अलावा, मुंगेर की जमालपुर विधानसभा सीट से महागठबंधन ने IIP की ओर से नरेंद्र तांती को उतारा है, खास बात यह है कि IIP को उतारने के लिए महागठबंधन ने कांग्रेस के सीटिंग विधायक डॉ. अजय कुमार सिंह का टिकट काट दिया। आज इस सीट पर भी वोटिंग हो रही है।

 

पेशे से आईटी व्यवसायी हैं IP गुप्ता पान 

IIP की स्थापना जुलाई 2023 में आईपी गुप्ता पान (55) ने की जो पूर्व IT व्यवसायी हैं। वे जमुई जिले के पतौना गांव के निवासी हैं और तांती (पान) समुदाय से संबंध रखते हैं जो पारंपरिक रूप से पिछड़ा समाज रहा है। हालांकि अब EBC में आता है। 2020 चुनाव में आईपी गुप्ता पान ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सिकंदरा (SC आरक्षित) से लड़े, तब उन्हें 5% वोट ही मिले थे।

 

पान समाज के लिए कोटे की मांग उठा रहे

इस साल अप्रैल में कांग्रेस छोड़कर वे पूरी तरह IIP के लिए काम करने लगे और पटना के गांधी मैदान में बड़ी रैली कर तांती-पान समुदाय के लिए अलग कोटे की मांग की। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 2015 के SC कोटा को रद्द कर EBC बहाल किया, जिसके बाद गुप्ता ने सरकार की आलोचना की।  उनकी रैली ने तेजस्वी यादव का ध्यान खींचा और IIP को महागठबंधन का सातवां सहयोगी बनाया।

 

 

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