- मुंगेर दियारा में मिनी गन फैक्टरी उजागर, कई आरोपी मौके से भागे
- STF और मुंगेर पुलिस की कार्रवाई के बाद गैंग लखीसराय पहुंचा
- लखीसराय में दूसरी फैक्टरी भी पकड़ी गई, 11 से ज्यादा गिरफ्तार
लखीसराय│गोपाल प्रसाद आर्य
बिहार में अवैध असलहा बनाने वाले एक तंत्र का खुलासा जैसे ही मुंगेर में हुआ, उस गैंग के कई सदस्यों ने 50 किलोमीटर दूर लखीसराय जिले में अपना ठिकाना जमा लिया।
अब Bihar STF ने लखीसराय पुलिस के साथ मिलकर छापामारी की तो असलहा बनाने का इतना सामान मिला कि दो ट्रक भर गए। साथ ही 40 आधे बने हथियार मिले। मौके से छह लोग गिरफ्तार किए गए जिसमें दो मुंगेर से हथियार तस्कर हैं।
यह कार्रवाई दर्शाती है कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद बिहार में किस स्तर पर अवैध हथियार बनाने वाला तंत्र सक्रिय रहा।
बड़े पैमाने पर चल रही थी गन फैक्ट्री
यह कार्रवाई जिले के सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र में हुई। यहां के पिपरिया ब्लॉक की सैदपुरा पंचायत के आनंदपुर गांव में मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी। इसे एक मकान में चलाया जा रहा था। इसमें ये सामान बरामद हुआ –
- 2 ट्रक हथियार बनाने का सामान
- 40 अर्ध निर्मित हथियार
- बड़े पैमाने पर मशीनें और औजार
यहाँ से 6 आरोपी गिरफ्तार हुए, जिनमें मकान मालिक, तीन स्थानीय मजदूर और मुंगेर से भागे दो कारीगर शामिल हैं।
फरार तस्करों की लोकेशन से मिली फैक्ट्री
सूत्रों के मुताबिक, मुंगेर में STF की कार्रवाई से फरार हुए दो कारीगरों की लोकेशन आनंदपुर गांव (पिपरिया-सूर्यगढ़ा बॉर्डर) में मिली थी। जिसके बाद STF, पिपरिया पुलिस और सूर्यगढ़ा पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की।
मुंगेर से लखीसराय पहुंचा गैंग – DSP
लखीसराय के डीएसपी शिवम कुमार ने बताया कि
“हथियार बनाने का गैंग मुंगेर में कार्रवाई के बाद इस इलाके में शिफ्ट हुआ था। पूरे नेटवर्क की जांच जारी है और कई ठिकानों पर छापामारी अभी भी चल रही है।”
मुंगेर में ऐक्शन से खुला था अवैध हथियार का तंत्र
मुंगेर | चार दिन पहले STF और मुंगेर पुलिस ने तारापुर–झरकहवा दियारा में छापेमारी कर एक मिनी गन फैक्टरी का भंडाफोड़ किया था। यहां से बड़ी मात्रा में सामान बरामद हुआ—
- 8 बेस मशीनें
- 2 तैयार पिस्टल
- 12 अर्ध निर्मित पिस्टल
- 16 मैगजीन
- 6 जिंदा कारतूस
- ड्रिल मशीन व अन्य भारी उपकरण
मौके से 5 आरोपी— मो. सरफराज, मो. रिजवान, मो. मुबारक, मो. मोसीर उर्फ पप्पू और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया था।
कई हथियार कारीगर मौके से भाग निकले, जिसके बाद STF उनकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी।

