- महागठबंधन ने मेनिफेस्टो जारी किया, इसे ‘तेजस्वी प्रण’ नाम दिया है।
- सरकार बनने पर हर घर को एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा प्रमुख।
- शराबबंदी कानून की समीक्षा और वक्फ कानून की रोक का वादा भी किया।
पटना |
महागठबंधन ने बिहार चुनाव को लेकर अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया, जिसे ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ नाम दिया गया है। मेनिफेस्टो बुकलेट में तेजस्वी यादव की एक बड़ी तस्वीर लगाई है। मेनिफेस्टो के नाम व तस्वीर से साफ संकेत दिया गया है कि महागठबंधन तेजस्वी यादव के नाम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
मेनिफेस्टो में तेजस्वी यादव की रोजगार से जुड़ी उन सभी बड़ी घोषणाओं को शामिल किया है, जो उन्होंने हाल में की हैं। इसके अलावा, एक अहम घोषणा शराब बंदी कानून को लेकर की गई है कि सरकार बनने पर इसकी समीक्षा की जाएगी।
मेनिफेस्टो में ‘हर घर को एक सरकारी नौकरी’ (one gov job for each household) देने का वादा, जीविका दीदियोें की सेवा शर्तों में सुधार, संविदा कर्मियों को पक्की नौकरी (Permanent job) का वादा, महिलाओं के लिए “माई-बहिन योजना” की घोषणा प्रमुख है।
साथ ही, यह भी घोषणा की गई है कि महागठबंधन की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना (OPS) वापस लाएंगे और वक्फ संशोधन कानून (Waqf Bill) पर रोक लगाई जाएगी।
इसके अलावा, गरीबों को पांच सौ रुपये में गैस सिलेंडर देने, हर घर को 200 यूनिट तक फ्री बिजली (Free electricity) देने, मनरेगा की मजदूरी को प्रतिदिन 255 की जगह तीन सौ रुपये करने का वादा किया है।
इसके अलावा, कहा गया है कि आइटी पार्क, स्पेशल इकोनोमिक जोन, डेयरी एवं कृषि आधारित उद्याेग, स्वास्थ्य सेवा ,फूड प्राेसेसिंग आदि की नीति बनाई जाएगी।
इन घोषणाओं के साथ तेजस्वी ने फिर से सवाल उठाया है कि NDA गठबंधन का रोडमैप क्या है और वे किसके चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे? गौरतलब है कि NDA की ओर से कहा गया है कि वे अपने घोषणापत्र को 30 अक्तूबर को जारी करेंगे।
उप-मुख्यमंत्री उम्मीदवार मुकेश साहनी बोले- यह ‘संकल्प पत्र’
वीआईपी पार्टी के प्रमुख और महागठबंधन के उप-मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी ने घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ बताते हुए एक नए बिहार के निर्माण का आह्वान किया। गौरतलब है कि अपने मेनिफेस्टो को भाजपा लगातार ‘संकल्पपत्र’ कहती आई है।
उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन अगले 30-35 वर्षों तक बिहार के लोगों की सेवा में समर्पित रहेगा और जनता की सभी इच्छाओं तथा वादों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के पास जनता के लिए कोई स्पष्ट ‘संकल्प’ या वादा नहीं है।

