- NDA के प्रमुख सहयोगी दल ‘HAM’ और LGP(RV) ने ज्यादा सीटों की मांग की है
- चिराग पासवान और जीतनराम मांझी के सुर बदलने से भाजपा के फॉर्मूले को चुनौती
पटना |
बिहार में सीट बंटवारे से पहले NDA में बवाल मचा हुआ है। जीतनराम मांझी 15 से कम सीटों पर राजी नहीं हो रहे हैं और चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के 100% स्ट्राइक रेट का हवाला देकर 30 सीटें मांगी हैं। बुधवार को दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया एक्स हैंडल से ट्वीट किए जिनके राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
रामधारी सिंह दिनकर की कविता के जरिए संदेश
मांझी ने अपने X अकाउंट से रामधारी सिंह दिनकर की कविता पोस्ट की है, जिसमें अपनी पार्टी HAM (हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा- सेक्युलर) को ‘हम’ के रूप में इस्तेमाल किया है, जो स्पष्ट दर्शाता है कि ये न्याय की मांग दरअसल NDA से की जा रही है । जीतनराम मांझा ने एक्स पर लिखा है-
‘हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे’
बता दें कि इससे पहले जीतनराम मांझी से बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मीटिंग की थी पर बात नहीं बनी। जीतन राम मांझी पहले भी कह चुके हैं कि “सीटों को लेकर हमारे यहां कोई झगड़ा नहीं है। हम मान्यता प्राप्त सीटें मांग रहे हैं, यानी बिहार विधानसभा में हमारी पार्टी को मान्यता प्राप्त हो जाए।”
पिता रामविलास के शब्द लिखे- कदम-कदम पर लड़ना सीखो
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार सुबह ट्वीट किया-
- पापा हमेशा कहा करते थे — “जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।”
आज (8 अक्तूबर) को रामविलास पासवान की पुण्य तिथि (death anniversary) है। हालांकि चिराग पासवान के ट्वीट को एनडीए में मोल-भाव (negotiation) की उनकी शक्ति के रूप मेें देखा जा रहा है।
बता दें कि एक दिन पहले चिराग के साथ बीजेपी चुनाव प्रभारी ने बैठक की थी, जिसमें सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनी। चिराग 30 सीटें मांग रहे हैं पर बीजेपी 25 सीटें देने को राजी है।

