- लंच के बाद पेट दर्द व दस्त की शिकायत पर करीब 80 से अधिक महिला पुलिसकर्मी सदर अस्पताल लायी गईं
- मेस में बने राजमा-चावल की एक प्लेट से कथित तौर पर सल्फास की दवा वाली पुड़िया का वीडियो सामने आया
रोहतास | अमित कुमार
बिहार के रोहतास जिले में महिला पुलिस बटालियन की फूड प्वाइजनिंग से तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है, सभी को तुरंत सासाराम सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला पुलिस बटालियन की लगभग 70 से 80 ट्रेनी महिला पुलिसकर्मियों को दोपहर के भोजन के बाद पेट दर्द, उल्टी आनी शुरू हो गईं।
दोपहर के भोजन में मेस में राजमा-चावल बना था, जिसके विषाक्त होने के चलते तबीयत खराब होने की आशंका जतायी जा रही है। मौके से भोजन का सैंपल लिया गया है। राजमा-चावल की एक प्लेट से एक दवा लगी कपड़े की पुड़िया मिली है, जिसे ट्रेनी महिला कर्मी मीडियाकर्मियों को कैमरे पर दिखाते हुए कह रही हैं कि चावल को कीड़े से बचाने वाली सल्फास की पुड़िया उनके खाने में मिल गई जिससे वे सभी बीमार हो गईं। इनमें से कई ने वीडियो में कहा कि ‘क्या वे कीड़े-मकोड़े हैं जो उन्हें ऐसा खाना दिया जा रहा है?’
खाना खाकर बैरक में लौटते ही तबीयत बिगड़ी
पुलिस बटालियन के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि महिला बटालियन की सभी ट्रेनी पुलिसकर्मी दोपहर में खाना खाने के बाद अपने बैरक में लौट गई थी, लेकिन कुछ देर बाद कई पुलिसकर्मियों की तबीयत खराब होने लगी। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही तत्काल सभी महिला पुलिसकर्मियों को एंबुलेंस से सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां सभी का बेहतर तरीके से इलाज चल रहा है। मामले की सूचना मिलते ही रोहतास पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार एवं महिला बटालियन की समादेष्टा लिपि सिंह भी सदर अस्पताल पहुंच गईं।
राजमा-चावल में सल्फास होने का दावा
ट्रेनी पुलिसकर्मी वर्षा कुमारी ने सदर अस्पताल में मीडिया को बताया कि “चावन-अनाज को बचाने के लिए जो सल्फास डाली जाती है, वही राजमा-चावल में मिला हुआ था जिससे करीब सौ लड़कियों की हालत खराब हो गई। मेस में खाना जीविका दीदी ने बनाया था।” दूसरी ओर, बेड पर नाजुक हालत में लेटी एक पुलिसकर्मी मीडिया को घटना के बारे में बता रही थी, पर वहां मौजूद कर्मी ने उनके मुंह पर हाथ रखकर उन्हें चुप करवा दिया।
सिविल सर्जन बोले- सभी पैनिक में थीं, अब ठीक
‘सभी महिला अब पुलिसकर्मी बेहतर स्थिति में है, इन सभी को पेट दर्द एवं दस्त की शिकायत थी, जिसके कारण वे पैनिक हो गईं थीं।” – डॉ. मणिराज रंजन, सिविल सर्जन, सासाराम
अफसर ने राजमा में सल्फास का जवाब नहीं दिया
पुलिस बटालियन के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह से जब मीडिया कर्मियों ने पूछा कि क्या राजमा में सल्फास मिलने की बात सही है? इस पर वे बिना कोई प्रतिक्रिया दिए माइक से हट गए और फिर मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया।