- प्रशांत किशोर ने बीजेपी के ऊपर प्रत्याशी तोड़ने का आरोप लगाया
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले- नॉमिनेशन के दिन तीन प्रत्याशी गायब हो गए
- कहा- बीजेपी को महागठबंधन से नहीं, जनसुराज से डर लग रहा है।
पटना | हमारे संवाददाता
जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए समाप्त हो गए नॉमिनेशन के एक दिन बाद BJP लीडरशिप पर बड़ा आरोप लगाया है।
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि “खुद गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जनसुराज के तीन प्रत्याशियों से मिलकर उनके साथ डील की। दो प्रत्याशियों को नॉमिनेशन के दिन तक अपने पास बैठाकर रखा और एक अन्य प्रत्याशी के ऊपर इतना दवाब बनाया कि वह 20 अक्तूबर को अपना नॉमिनेशन वापस लेने की एप्लीकेशन दे आए और फोन बंद कर लिया है।”
प्रशांत किशोर ने इन तीन प्रत्याशियों की BJP सीनियर नेताओं के साथ मुलाकात की तस्वीरों को पटना में मीडिया के सामने रखा। साथ ही कहा कि वे आज ही चुनाव आयोग के सामने इस मामले की शिकायत दर्ज करवाएंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि ब्रह्मपुर, गोपालगंज व दानापुर विधानसभा सीट से उनके घोषित प्रत्याशियों को धमकाया गया और लालच दिया गया। उन्होंने कहा-
“जनसुराज को वोट कटवा बताने वाली बीजेपी को डर लग रहा। महागठबंधन से डर नहीं लग रहा, बल्कि जनसुराज से डर लग रहा। इसका उदाहरण आप देखिए, 4 दिनों में 3 घोषित उम्मीदवार नामांकन करने गए पर जनसुराज के उम्मीदवारों को नामांकन नहीं करने दिया गया।”
दानापुर सीट – अखिलेश सिंह : नॉमिनेशन से पहले प्रत्याशी गायब, PK ने अमित शाह संग कथित फोटो दिखाई
दरअसल दानापुर सीट से अखिलेश सिंह ऊर्फ गुड्डू साह 17 अक्तूबर को नॉमिनेशन कराने नहीं पहुंचे जो पहले चरण के नॉमिनेशन की आखिरी तारीख थी। जनसुराज ने उन्हें अगवा कर लेने का आरोप लगाया था। इस मामले में प्रशांत किशोर ने एक फोटो दिखाते हुए पूछा- ‘अमित शाह दानापुर में गुड्डू शाह के साथ क्या कर रहे थे?’
ब्रह्मपुर सीट – डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी : नॉमिनेशन वापस लिया, धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात का दावा
ब्रह्मपुर सीट से डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी ने जनसुराज के लिए नॉमिनेशन किया था पर 20 अक्तूबर को उन्होंने नाम वापस ले लिया। डॉ. तिवारी भारतीय जनता पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक हैं और लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। वे भाजपा से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे पर ये सीट लोजपा(रामविलास) को चली जाने के बाद उन्होंने जनसुराज का दामन थामा था। लोजपा की ओर से बाहुबली नेता हुलास पांडे को लड़ाया गया है।
प्रशांत किशोर ने एक फोटो दिखाते हुए कहा कि “डॉ. तिवारी के घर पर भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बैठे चाय नाश्ता कर रहे हैं। ये एक डॉक्टर के ऊपर सामाजिक और राजनीतिक रूप से दवाब बनाने का तरीका है।”
गोपालगंज सीट – डॉ. शशि शेखर सिन्हा : रात तक प्रचार किया, अगले दिन फोन बंद, नाम वापस
गोपालगंज सीट से डॉ. शशि-शेखर सिन्हा ने जनसुराज के लिए पर्चा भर दिया था पर उन्होंने 20 अक्तूबर को पार्टी को बिना बताए अपना नाम वापस ले लिया। प्रशांत किशोर ने कहा गोपालगंज के सबसे बड़े डॉक्टर हमारे साथ सालभर से थे, 19 अक्तूबर की शाम आठ बजे तक उन्होंने प्रचार किया, फिर रात 11 बजे के बाद भाजपा के MLA और कई बड़े नेता उनसे मिले। प्रशांत किशोर का आरोप है कि इन नेताओं ने मिलकर उनके ऊपर नामांकन वापस लेने का आरोप लगाया। प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि 20 अक्तूबर की सुबह डॉ. सिन्हा से उनकी फोन पर बात हुई थी, उन्होंने बोला कि नॉमिनेशन वापस लेने का दवाब बन रहा है पर वे जनसुराज के साथ हैं।

