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गायक जुबीन गर्ग की हत्या का केस दर्ज, गज़ा में राशन रोकने के खिलाफ दुनिया में प्रदर्शन

गज़ा में भुखमरी के हालात हैं पर इजरायल बाहरी राहत सामग्री को आने की अनुमति नहीं दे रहा (फाइल फोटो, साभार इंटरनेट)

गज़ा में भुखमरी के हालात हैं पर इजरायल बाहरी राहत सामग्री को आने की अनुमति नहीं दे रहा (फाइल फोटो, साभार इंटरनेट)

देश की पांच प्रमुख खबरें :

1- सिंगापुर पुलिस का दावा, स्कूबा डायविंग से नहीं, तैरते समय डूबने से हुई थी गायक जुबीन गर्ग की मौत; पोस्टमार्टम रिपोर्ट असम पुलिस को सौंपी। असम पुलिस ने जुबीन की मौत को लेकर हत्या में मामला दर्ज किया।

2- छत्तीसगढ़ में 1 करोड़ 49 इनामी समेत 103 माओवादियों का समर्पण, राज्य में इतनी बड़ी संख्या में माओवादियों का आत्मसमर्पण पहली बार हुआ।

3- बरेली में जुमे की नमाज़ को लेकर दो दिन के लिए फिर से इंटरनेट बैन किया, पूरे बरेली मंडल में हाई अलर्ट जारी।

4- लेह में हिंसक प्रदर्शन के एक सप्ताह बाद कर्फ्यू में सुबह सद बजे से शाम पाँच बजे तक ढील, सोमन वांगचुक की पत्नी व एक्टिविस्ट गीतांजलि ने कहा- ‘पति से मिलने नहीं दिया गया, न ही उनकी हिरासत के कागज मिले।’

5- विजयदशमी पर RSS की स्थापना के सौ वर्ष पूरे, सर-संघचालक मोहन भागवत ने कहा- “सबकी अपनी-अपनी श्रद्धा, महापुरुष और पूजा के स्थान होते हैं, इसकी अवमानना न हो..इसका ध्यान रखना चाहिए।”

विदेश की पांच प्रमुख खबरें :

1- भुखमरी से जूझ रहे गज़ा में राशन ले जा रहे 40 जहाजों को इज़रायल ने रोका, ग्रेटा थनबर्ग समेत कुल 443 एक्टिविस्ट को हिरासत में लिया, तुर्की व दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों ने कड़ी निंदा की। इजरायली कार्रवाई के विरोध में इटली, ग्रीस, आयरलैंड, कोलंबिया व तुर्किये में बड़े प्रदर्शन हुए।

2- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में तीन दिन से जारी प्रदर्शन हिंसक हुआ, तीन पुलिस कर्मियों समेत 9 की मौतें, पीएम ने टीवी पर संबोधन दिया। भारत से पाक गए शरणार्थियों की विधानसभा में आरक्षित सीटें कम कराने को लेकर हो रहा प्रदर्शन।

3- भारत व चीन के बीच इस महीने फिर शुरू होगी सीधी हवाई सेवा, कोविड-19 व गलवान विवाद के बाद से 5 साल से बंद हैं सेवाएं।

4- अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के टेकओवर के बाद पहली बार भारत आएंगे अफगानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी, सुरक्षा परिषद (UNSC) ने प्रतिबंध हटाया।

5- कोलंबिया के दौरे पर विद्यार्थियों से संवाद में राहुल बोले, “हम इतने घमंडी नहीं कि सोचे भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा, बल्कि हम भारत को दुनिया का एक साझेदार मानते हैं।” साथ ही भारत में लोकतंत्र पर हो रहे ‘हमलों’ पर चिंता जतायी।

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