बोलते पन्ने

नाज़ुक मोड़ पर किसान आंदोलन

किसान आंदोलन का स्टेटस क्या है, क्या ये अब कमजोर पड़ चुका है या फिर प्रदर्शनकारी एक युवा किसान की वजह से शोक मना रहे किसान अब नई रणनीति के साथ दोबारा दिल्ली कूच करेंगे? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमें इस सप्ताह आंदोलन से जुड़े कुछ बड़े डेवलपमेंट से होकर गुजरना पडेगा जो मेन स्ट्रीम मीडिया में बड़ी खबर नहीं बने लेकिन उनका असर इस आंदोलन के भविष्य को तय करेगा। बोलते पन्ने के इस सप्ताह सेग्मेंट में आज बात किसान आंदोलन की।

बोलते पन्ने … आपके मुद्दों और डायरी के पन्नों की आवाज।
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बात डायरी के पन्नो की करें तो हमारे स्पेशल सेग्मेंट ‘एक अच्छी सी बात’ के जरिए आप हर दिन कुछ ऐसे विचार और कहानियों से रूबरू होंगे जो आपके जीवन में बदलाव ला सकती हैं। हमारी प्लेलिस्ट पर जाकर आप ‘मुक्तक’ कविता श्रृंखला को जरूर चेक करिए, जिसमें हमने रचनात्मक तरीके से कविताएं प्रस्तुत की हैं। हम मानते हैं कि कविताएं सिर्फ रोमानियत भर के लिए नहीं होतीं, वे गंभीर से गंभीर मुद्दे को कम शब्दों में बयां करने की कुव्वत होती हैं…इसलिए आप भी अपनी डायरी के पन्नों को हमारे साथ मिलकर आवाज दे सकते हैं। हमें इस पते पर अपनी कविता या कहानी भेजें – boltepanne@gmail.com

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