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बिहार : अदानी समूह को 1₹/साल पर 1050 एकड़ जमीन, सड़कों पर प्रदर्शन तेज

अररिया में अदाणी को सस्ती जमीन दिए जाने के विरोध में माले का प्रदर्शन।

अररिया में अदाणी को सस्ती जमीन दिए जाने के विरोध में माले का प्रदर्शन।

भागलपुर/अररिया/पटना/नई दिल्ली |

बिहार सरकार द्वारा भागलपुर जिले में अदाणी समूह को 1050 एकड़ जमीन थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिए दी गई है, मात्र एक रूपये सालाना की टोकन मनी पर 33 साल की लीज पर दी गई जमीन को लेकर राज्य में प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार को अररिया और मंगलवार को पटना में विपक्षी राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन किए और इसे सरकार का पूंजीपति ‘मित्र’ को दिया गया ‘गिफ्ट’ बताया। गौरतलब है कि अदाणी समूह के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट के लिए वह 26000 करोड़ रूपये का निवेश करेगा। हाल में पूर्णिया आए पीएम मोदी ने पीरपैंती प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था।

10,055 पेड़ लगी जमीन सस्ते में देने का आरोप

भागलपुर के पीरपैंती की 1050 एकड़ जमीन अदाणी समूह को बिजली घर बनाने के लिए मिली है,  सरकार के मुताबिक इस पर 10,055 पेड़ लगे हुए हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने बिहार उद्योग मंत्री नितीश मिश्रा के हवाले से बताया है कि इनमें से ज्यादातर पेड़ 2010-11 के बाद लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी पेड़ नहीं काटे जाएंगे, सिर्फ 300 एकड़ के प्लांट एरिया के ही पेड़ कटेंगे और इसके बदले सौ एकड़ में पेड़ लगाए भी जाएंगे। हालांकि स्थानीय लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है।

CPI(M) का पूरे राज्य में प्रदर्शन का आह्वान

अररिया | जिले में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बुधवार को शहर के चांदनी चौक पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। पुतला दहन कार्यक्रम सीपीएम का राज्य व्यापी आह्वान पर किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार देश का सभी सार्वजनिक संपत्ति को अपने पूंजीपति मित्रों के हाथ सौंपती जा रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान नारे लगे कि ‘अदाणी समूह को दी जमीन रद्द करो’।

”एनडीए सरकार को पहले ही पता चल गया है कि 2025 के चुनाव में हार तय है इसलिए सीएम और पीएम ने अपने मित्र अदाणी को भागलपुर की 1050 एकड़ जमीन सौंप दी, जिस पर लाखों पेड़ हैं। यह बिहार और देश के आम जनता के साथ धोखा है। जब से केंद्र में भाजपा सरकार आई है, अपने पूंजीपति मित्रों को ही लाभ पहुंचाते रही है।” – कामरेड राम विनय राय, पार्टी जिला सचिव, CPI(M)

कांग्रेसी पटना में सड़कों पर उतरे, पुलिस ने घसीटा

पटना | यहां मंगलवार को सदाकत आश्रम से सीएम हाउस का घेराव करने के लिए युवा कांग्रेस ने मार्च निकाला। लेकिन पुलिस ने राजापुर पुल के पास बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इस पर कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और वहीं धरने पर बैठ गए, फिर पुलिस ने बलप्रयोग करके उन्हें घसीटने हुए पुल के पास से हटाया और पुलिस गाड़ी तक ले गई। इसमें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब समेत सात को थाने ले जाकर बॉन्ड भरवाकर छोड़ा गया।

पीरपैंती पहुंचकर माकपा ने मुआवजे पर किसानों से बात की
पीरपैंती (भागलपुर) | हीरा लाल कश्यप
 अदाणी को जमीन दिए जाने के मुद्दे पर बीते सप्ताह पीरपैंती पहुंचकर माले के बड़े नेताओं व इसकी किसान शाखा के नेताओं ने बात करके उनकी समस्याएं पूछी थीं। इस दौरान किसानों ने जमीन मुआवजे पर अनियमितताओं की बात कही। इस दौरे में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (C के प्रमुख नेता व आरा(भोजपुर) के सांसद सुदामा प्रसाद और घोसी (जहानाबाद) विधायक राजबल्ली सिंह यादव मौजूद थे। साथ में, ऑल इंडिया किसान सभा किसान महासभा के नेता भी बड़ी संख्या में पहुंचे और इस मुद्दे पर बात की।

बीती मई में पीरपैंती रेलवे स्टेशन का अमृत भारत रेलवे स्कीम के तरह मेकओवर हुआ। (फोटो क्रेडिट – इंटरनेट)

क्या है पिरपैंती थर्मल पावर प्लांट

पिरपैंती थर्मल पावर प्लांट एक 2400-मेगावाट का कोयला आधारित बिजली परियोजना है, जिसे अदानी पावर लिमिटेड द्वारा भागलपुर जिले के पिरपैंती क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है। यह राज्य की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की निवेश परियोजना है, जिसमें अदानी ने लगभग 3 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। परियोजना में तीन 800-मेगावाट के यूनिट शामिल हैं। सरकार का कहना है कि इसके निर्माण के दौरान 10,000-12,000 नौकरियां उत्पन्न होंगी, जबकि संचालन के दौरान लगभग 3,000 स्थायी पद होंगे।
किस नीति के तहत अदाणी को मिली जमीन 
बिहार सरकार ने “बिहार इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पैकेज 2025” शुरू किया है, जिसमें योग्य निवेशकों को प्रतीकात्मक दर रु. 1 में भूमि दी जाएगी। इस नीति के तहत, जो निवेशक 100 करोड़ रुपये का निवेश करते हैं और 1,000 नौकरियां सृजित करते हैं, उन्हें 10 एकड़ मुफ्त भूमि मिलेगी। 1,000 करोड़ रुपये के निवेश पर अधिकतम 25 एकड़ मुफ्त भूमि दी जाएगी, जबकि फॉर्च्यून 500 कंपनियों को 10 एकड़ मुफ्त भूमि मिलेगी। अन्य निवेशकों को बिहार इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (BIADA) की भूमि दरों पर 50% की छूट भी मिलेगी। यह पैकेज सभी योग्य निवेशकों के लिए 31 मार्च 2026 तक उपलब्ध रहेगा।
कांग्रेस बोली- ‘राष्ट्र सेठ’ को जमीन गिफ्ट
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिहार में NDA सरकार पर आरोप लगाया कि उसने “राष्ट्र सेठ गौतम अदाणी” को 1,050 एकड़ भूमि और “10 लाख पेड़” को प्रति वर्ष रु. 1 की दर से 33 साल के लिए “गिफ्ट” कर दिया। खेड़ा ने दावा किया कि केंद्र द्वारा अपने स्वयं के प्लांट स्थापित करने की योजना से पीछे हटने के बाद सरकार ने यह परियोजना अदाणी को सौंपी और राज्य पर विधानसभा चुनाव से पहले सौदा जल्दबाजी में करने का आरोप लगाया।
आरोपों पर बिहार सरकार बोली- उचित प्रक्रिया का पालन हुआ
कांग्रेस के आरोप पर बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस गलत जानकारी फैला रही है। इंडिया टुडे के मुताबिक, मिश्रा ने बताया, “इस मामले में निविदा की सभी उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया था। चार कंपनियों ने बोली में हिस्सा लिया और सबसे कम बोली के आधार पर परियोजना अदाणी पावर लिमिटेड को सौंपी गई।”
6₹ प्रति यूनिट पर मिलेगी बिजली, प्रोजेक्ट में 5 साल लगेंगे
अदानी पावर लिमिटेड ने 13 सितंबर 2025 को एक बयान जारी करके बताया कि कंपनी ने बिहार राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के साथ 25 साल के लिए 2,400 मेगावाट बिजली आपूर्ति का समझौता किया है। इससे पिरपैंती (भागलपुर) में एक नया अल्ट्रा-सुपर क्रिटिकल प्लांट लगेगा। कंपनी ने बयान में कहा कि उसने सबसे कम टैरिफ 6.075₹ प्रति यूनिट की बोली जीतकर इसे हासिल किया। साथ ही परियोजना को पूरा करने के लिए लगभग 26,000₹ करोड़ का निवेश करने की योजना बनाई है, जो पांच साल के भीतर चालू हो जाएगी।
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