पटना/नई दिल्ली |
दशहरा के अवसर पर देशभर में रावण दहन के साथ विजय दशमी का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दशहरे के अवसर पर दिल्ली में लाल क़िले के मैदान में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने रावण दहन की तुलना ऑपरेशन सिंदूर से करते हुए इस ऑपरेशन को आतंकवाद पर विजय बताया।
दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे ने इस मौके पर दिए भाषण में कहा , ‘BMC चुनाव से पहले BJP हिंदू-मुस्लिम में फूट डाल रही है।’
मध्य प्रदेश के उज्जैन में तेज हवाओं के कारण रावण का पुतला गिरने से तीन लोगों के घायल होने की खबर है।
बारिश के चलते दिल्ली व बिहार में मेलों पर असर
दिल्ली-एनसीआर व बिहार मेें बारिश ने आयोजन को प्रभावित किया, फिर भी भारी भीड़ जुटी।
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार शाम को बारिश के कारण रावण दहन के कार्यक्रम फीके पड़ गए। पीएम नरेंद्र मोदी को आईपी एक्सटेंशन में आयोजित दशहरा आयोजन में शिरकत करनी थी पर उनका कार्यक्रम रद्द हो गया।
इसके अलावा, सोनिया गांधी व अमित शाह को भी दो अलग-अलग दशहरा आयोजनों में जाना था पर बारिश के चलते नहीं जा सके।
पटना में रावण का सिर गलकर गिरा
बिहार की राजधानी पटना में भी रावण दहन का अनोखा दृश्य देखने को मिला। बारिश के चलते गांधी मैदान में 80 फीट के रावण के पुतले का सिर दहन से पहले ही गलकर गिर गया। जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “बिन सिर के रावण” का दहन करना पड़ा।
पुतला बनाने वाले कारीगरों में निराशा
पश्चिमी यूपी के कुछ इलाकों में भी शाम को छिटपुट बारिश होने लगी, जिसे देखते हुए पुतले के गलने के डर से आनन-फानन में पुतलों का दहन भी देखने को मिला।
कई जगहों पर बारिश के कारण पुतले गीले हो गए और काफी मशक्कत के बाद जल पाए।
लंबी मेहनत के बाद बनाए पुतलों के बारिश के चलते गल जाने से सबसे ज्यादा निराशा कारीगरों को हुई क्योंकि उनकी आमदनी इन मेलों में पुतला दहन के समय मिलने वाले दान से भी होती है।
MP में 111 फीट का रावण जलाया
मध्य प्रदेश के इंदौर में 111 फीट ऊंचा रावण बनाया गया था, जिसने चर्चा बटोरी।
अन्य राज्यों में भी ऊंचे-ऊंचे पुतले बनाकर रावण दहन किया गया।
मुंबई में चौपाटी पर, कोलकाता में दुर्गा विसर्जन के बाद और मैसूर में भव्य शाही जुलूस के साथ रावण दहन की परंपरा निभाई गई। देशभर में यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दे रहा है।