कोविड मेमोरियल
Covid Memorial : दूसरी लहर में सरकार की कमियों का शिकार हुए मृतकों के परिवारों तक हमें पहुंचाइए
कोविड मेमोरियल के जरिए हम कोरोनाकाल में जानलेवा वायरस और सरकारी अव्यवस्थाओं का काल बनने वाले लोगों के परिजनों तक पहुंचना चाहते हैं। कोविड के चलते अपनों को खोने वाले लोग उन्हें कैसे याद करते हैं, उनके जाने से परिजनों के जीवन में क्या कुछ बदल गया और सरकार ने उन्हें कितनी मदद पहुंचाई… ये सब दर्ज करके हम ऐसा कोविड मेमोरियल बनाना चाहते हैं जो आने वाली पीढ़ियों को इस भयावह समय की याद दिलाता रहे ताकि वे अपने समय की सरकारों की जवाबदेही तय करती रहें। पीढ़ियां याद रखें कि हिन्दुस्तान में आम लोगों की जिंदगी और मौत का फैसला किस्मत से ज्यादा सरकारी फैसलों से तय होता रहा है… जो आपदा में भी अवसर खोजना बंद नहीं करतीं।
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कोविड मेमोरियल
Covid Memorial : Zero Deaths के दावों की पोल खोलते Kyara गांव वालों के आंसू | Bareilly

कोरोना महामारी में बीमार सरकारी तंत्र के चलते बहुत से लोगों ने जान गंवाई, ऐसे लोगों के परिजनों से बातचीत के आधार पर हम इन मृतकों की कोरोना स्मृतिका या कोविड मेमोरियल तैयार कर रहे हैं। इस खास श्रृंखला की पहली स्टोरी हाजिर है। बोलते पन्ने के लिए ये रिपोर्ट शिवांगी ने बरेली के क्यारा गांव जाकर की है। बरेली से केवल 15 किलोमीटर दूर ये गांव एक ब्लॉक मुख्यालय है, यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी है, इसके बावजूद संक्रमण की यहां रोकथाम नहीं हो सकी। सरकारी अमला गांव वालों पर ही इल्जाम लगाने लगा कि मुवावजे के लिए ये झूठी कहानी गढ़ रहे हैं। 15 अप्रैल, 2021 को हुए पंचायत चुनाव के बाद यहां जो तबाही आई, वो दर्द गांव वाले आज भी झेल रहे हैं। देखिए पूरा वीडियो और हम से जुड़िए…
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