चुनावी डायरी
प्रचार के रंग : राहुल ने तालाब में उतरकर मछली पकड़ी, मोदी ने मेगा रोड शो किया
- बेगूसराय में राहुल गांधी ने निषाद समाज को साधने की कोशिश की।
- पटना में पीएम मोदी की रैली में सीएम नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए।
पटना/बेगूसराय |
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का प्रचार 4 नवंबर को थमने से पहले रविवार (2 नवंबर) को दो प्रचार कार्यक्रमों की देशभर में चर्चा हुई। एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेगूसराय के तालाब में उतरकर मछली पकड़कर ग्रामीणों से सीधा जुड़ाव दिखाया। वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में 2.8 किमी लंबा भव्य रोड शो करके एनडीए की ताकत का प्रदर्शन किया। हालांकि इस दौरान CM नीतीश कुमार के मौजूद न रहने से NDA की एकता को लेकर सवाल भी उठे।
पीएम मोदी – पटना में CM नीतीश की गैरमौजूदगी में भव्य रोड शो किया
पटना में पीएम मोदी ने दिनकर गोलंबर से उद्योग भवन तक मेगा रोड शो किया। आरा और नवादा में रैलियों के बाद शाम 5:30 बजे शुरू हुआ यह शो 2.8 किमी लंबा था। यह रोड शो नाला रोड, ठाकुरबाड़ी, बकरगंज से होकर गुजरा, जिसमें हजारों समर्थक भगवा झंडों, आरती और फूलों से स्वागत कर रहे थे। स्थानीय महिलाएं अपने घरों की बालकोनी से फूल डालतीं देखी गईं। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जदयू के ललन सिंह और रविशंकर प्रसाद साथ थे, लेकिन नीतीश कुमार गायब रहे।
मोदी ने दिनकर की मूर्ति पर पुष्पांजलि की और रोड शो के बाद पटना साहिब गुरुद्वारा भी गए। भाजपा ने ‘विकसित बिहार’ का संदेश दिया। उनकी सुरक्षा के लिए 5,000 पुलिस, एसपीजी तैनात रही और ट्रैफिक को दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक डायवर्ट रखा गया।
राहुल गांधी – निषाद वोटरों के गढ़ में तालाब में कूदकर मछली पकड़ी
बेगूसराय (धनंजय झा) | बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में राहुल गांधी ने रविवार को एक रैली के बाद स्थानीय मछुआरों के साथ तालाब में उतरकर पारंपरिक मछली पकड़ने की प्रक्रिया में हिस्सा लिया। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश साहनी और कन्हैया कुमार के साथ नाव पर सवार होकर वे तालाब के बीच पहुंचे। मुकेश साहनी ने जाल फेंककर मछली पकड़ी, तो राहुल ने भी हाथ आजमाए। सफेद टी-शर्ट और कार्गो पैंट में कमर तक पानी में उतरकर। राहुल ने रैली में पीएम मोदी पर तंज कसा, “मोदी जी योगासन कर रहे हैं, लेकिन बिहार के युवा बेरोजगार हैं।” यह मल्लाह-निषाद वोटरों को लुभाने की कोशिश है, जहां बेगूसराय भाजपा का गढ़ है।
पीएम बोले- RJD ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर तेजस्वी को CM फेस बनाया
पटना में रोड शो से पहले पीएम मोदी ने नवादा में जनसभा के दौरान कहा कि राजद ने कांग्रेस पर दवाब डालकर तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम चेहरा बनाया है। हालांकि पीएम मोदी के यह बात कहने के तरीके की चर्चा हो रही है। दरअसल पीएम मोदी ने कहा कि ‘RJD ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर तेजस्वी को CM फेस बनाया है।’ गौरतलब है कि छठ के बाद मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम मोदी ने कहा था कि राजद की पहचान कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुसंस्कार, कुशासन व करप्शन की है।
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बिहार : जहानाबाद में मुस्लिम समाज तय किया कि कहां किसको वोट किसको नहीं देंगे
उद्योगपति
जहानाबाद | शिवा केसरी
जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों की एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जहां भाजपा प्रत्याशी होंगे, वहां मुस्लिम मतदाता राजद (RJD) को समर्थन देंगे, और जहां जदयू (JDU) प्रत्याशी होंगे, वहां जदयू को वोट दिया जाएगा।
उद्योगपति अफसर इमाम ने जिले में आगमन पर कहा- लोग जदयू, लोजपा, हम को वोट करें लेकिन जहां बीजेपी हो वहां राजद का समर्थन करें।
बैठक में स्थानीय मुस्लिम बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों और युवाओं ने भाग लिया। उपस्थित लोगों ने कहा कि इस बार वोटों का बिखराव रोकना जरूरी है ताकि साम्प्रदायिक ताकतों को हराया जा सके और क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट होकर मतदान किया जा सके।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जहानाबाद जिले के विभिन्न प्रखंडों में समाज के लोगों को एकजुट करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि मतदान के दिन अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मुस्लिम समुदाय की यह रणनीति जहानाबाद विधानसभा के राजनीतिक समीकरण को प्रभावित कर सकती है।
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बिहार की इस एसेंबली सीट पर महागठबंधन और NDA ने उतारे दो-दो प्रत्याशी
- खगड़िया की बेलदौर विधानसभा सीट पर फ्रेंडली फाइट।
- महागठबंधन ने कांग्रेस और IIP को टिकट दिया।
- NDA ने जदयू और RLJP के प्रत्याशियों को उतारा।
खगड़िया | मो. जावेद
बिहार में एक ऐसी भी विधानसभा सीट भी है जहां से महागठबंधन ही नहीं NDA ने भी दो-दो प्रत्याशी उतार दिए हैं। ऐसे में इन प्रत्याशियों का सिरदर्द अपने ही सहयोगी दल के कंडिडेट से फ्रेंडली फाइट करना बन गया है। साथ ही उन्हें डर है कि कहीं इस तरह उनके वोटर न बंट जाएं।
खगड़िया जिले की बेलदौर सीट पर ऐसा ही हाल है।
यहां महागठबंधन ने कांग्रेस से मिथिलेश निषाद को टिकट दिया है जिनके ऊपर 25 साल से जीत रहे निवर्तमान जदयू विधायक पन्ना लाल पटेल को हराने का दारोमदार है। पन्ना लाल ने लंबे समय से इस क्षेत्र को अपने प्रभाव में रखा है। बीते अगस्त में वयोवृद्ध विधायक ने स्थानीय मीडिया से कहा था कि इस बार वे खुद चुनाव न लड़कर बेटे को लगाएंगे पर फिर खुद ही चुनाव में उतर गए हैं।

जदयू ने NDA प्रत्याशी के तौर पर पन्ना लाल को छठवीं बार टिकट दिया है। (फोटो – पन्ना लाल का फेसबुक पेज)
पर कांग्रेस के लिए सिरदर्द महागठबंधन का नया सहयोगी दल IIP बन गया है जिसने यहीं से एक प्रत्याशी को उतारा है। इसी तरह NDA ने जदयू और लोकजन शक्ति पार्टी के प्रत्याशी को भी बेलदौर से ही टिकट दे दिया है। ऐसे में दोनों ओर से गठबंधन दलों को समर्थन करने वाले आम वोटरों में सशंय की स्थिति बनी हुई है कि वे किसे वोट दें।
दरअसल, महागठबंधन में सातवें सहयोगी दल के रूप मेें एक नई पार्टी IIP यानी Indian Inclusive Party जुड़ी है। नई पार्टी होने के बाद भी इसे पूरे बिहार में तीन सीटें महागठबंधन से मिली हैं जिसमें बेलदौर भी शामिल है।
IIP ने बेलदौर प्रत्याशी तनीषा चौहान भी राजनीतिक परिवार से हैं, इनके पिता मुखिया रह चुके हैं। तनीषा ने स्थानीय मीडिया से कहा कि वे ही महागठबंधन की ‘असली’ प्रत्याशी हैं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है वो पहले लोजपा में थे, वे सही उम्मीदवार नहीं हैं क्योंकि पहले NDA में रह चुके हैं।

मनीषा चौहान को आईआईपी पार्टी से महागठबंधन की प्रत्याशी के रूप में टिकट दिया गया है। (फोटो टीम बोलते पन्ने)
बीते 25 साल से जदयू के टिकट पर जीत रहे निवर्तमान विधायक पन्ना लाल पटेल को उसने दोबारा लड़ाया है।
दूसरी ओर, रामविलास पासवान के भाई पारसनाथ वाली ‘राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी’ (RLJP) को भी NDA ने टिकट दिया है।
उनकी ओर से सुनीता शर्मा लड़ रही हैं जो 2005 में लोजपा की ओर से विधायक बनी थीं।

राष्ट्र लोक जनशक्ति पार्टी की महिला उम्मीदवार सुनीता शर्मा को NDA उम्मीदवार के तौर पर उतारा गया है। (फोटो टीम बोलते पन्ने)
हालांकि तब रामविलास पासवान ने राजद-जदयू में से किसी दल का समर्थन नहीं किया था, जिससे बिहार में राष्ट्रपति शासन लग गया और दोबारा चुनाव हुए, जिसके बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और लगातार 20 साल से सीएम हैं।
इसके अलावा, इस सीट से जनसुराज के गजेंद्र सिंह निषाद को टिकट मिला है जो इलाके में विकल्प के तौर पर लोगों से वोट मांग रहे हैं।
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बिहार : 4 बार जीते पर सड़क नहीं बनवायी, ग्रामीणों ने पथराव किया, विधायक को पीटा
- गयाजी जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीणों का गुस्सा फूटा।
- चार बार जीत चुके निवर्तमान विधायक अनिल कुमार का विरोध किया।
- सड़क न बनने से नाराज ग्रामीणों ने पत्थर फेंके, विधायक घायल।
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