Connect with us

देखें-दिखाएं

बड़ों से सवाल : बच्चों को बड़े होकर भी किताबें क्यों पढ़नी चाहिए ?

Published

on

विश्व पुस्तक मेला – 2019 में प्रगति मैदान आए लोगों से जब ये सवाल पूछा गया कि ‘बच्चों को बड़े होकर भी किताबें क्यों पढ़नी चाहिए ?’ तो उनके जवाब बेहद अनोखे और विचारयोग्य थे। आप भी सुनिए और हमें अपने विचार भी बताइए कि बच्चों को बड़े होकर भी किताबें क्यों पढ़नी चाहिए ?

बोलते पन्ने.. एक कोशिश है क्लिष्ट सूचनाओं से जनहित की जानकारियां निकालकर हिन्दी के दर्शकों की आवाज बनने का। सरकारी कागजों के गुलाबी मौसम से लेकर जमीन की काली हकीकत की बात भी होगी ग्राउंड रिपोर्टिंग के जरिए। साथ ही, बोलते पन्ने जरिए बनेगा .. आपकी उन भावनाओं को आवाज देने का, जो अक्सर डायरी के पन्नों में दबी रह जाती हैं।

देखें-दिखाएं

उम्र का मौसम | कविता – सुजाता

Published

on

सांकेतिक फोटो
उम्र का मौसम | कविता - सुजाता

नए साल के साथ उम्र का मौसम भी बदल गया है। ऐसे में पेश है ये कविता। उम्र के साथ नजर भले कमजोर हो जाए पर रिश्तों को पहचानने का नजरिया तब ही आता है। कुछ ऐसा ही समझती, सिखाती … ये कविता।

इस कविता को सुनकर कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया जरूर लिखें।

Continue Reading

देखें-दिखाएं

Documentary : कुंभ.. कैसे बनती हैं साध्वियां

Published

on

भारत में आकर साध्वी बनी विदेशी महिला, तस्वीर - शिवांगी

प्रयागराज कुंभ – 2019 में बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के जरिए साध्वियों के सामाजिक जीवन को दर्शाने की कोशिश की गई है। अलग-अलग परिवेश और अलग-अलग परिस्थितियों के चलते साध्वी बनी इन स्त्रियों की कहानी क्या है… धर्म से जुड़ी इस भूमिका में भी क्या वे खुद को ‘सहयोगी’ की भूमिका में पाती हैं… ? इन्हीं सब सवालों को लेकर बनाई गई है ये डॉक्यूमेंंट्री..

Continue Reading

देखें-दिखाएं

सुनिए बच्चों के रोचक जवाब.. जब उनसे पूछा कि उन्हें कहां जाना पसंद है ?

Published

on

तस्वीर-- बोलते पन्ने टीम
तस्वीर- टीम बोलते पन्ने

बोलते पन्ने के इस सेग्मेंट ‘बच्चों की बात’ में बच्चों की जुबानी उनकी बातें सुनिए। इस वीडियो के जरिए हम आप तक बच्चों को सुंदर भविष्य देने का संदेश पहुंचा रहे हैं। अलग-अलग परिवेश से आने वाले छोटे बच्चों से जब हमारे सहयोगियों ने सवाल किया कि उन्हें कहां जाना पसंद है…? हर बच्चे का अलग जवाब उसके परिवेश को दर्शाता है, वैसा परिवेश जो हम और आपने इन बच्चों के लिए रख-छोड़ा है।  

Continue Reading
Advertisement

Categories

Trending