दुनिया गोल
इस देश ने प्रवासियों से नफरत के खिलाफ वोट किया, अब समलैंगिक नेता को बनाएगा PM
 
																								
												
												
											- 38 वर्षीय समलैंगिक नेता रॉब जेटेन अब नीदरलैंड्स के सबसे युवा पीएम बनने जा रहे हैं।
- नीदरलैंड्स में दक्षिणपंथी पार्टी की बड़ी हार, प्रवासियों के खिलाफ नीतियों को नकारा।
“यह जीत समावेशिता की है, प्रवासियों को निशाना बनाने के बजाय समस्याओं का समाधान करने की है।”
दुनिया गोल
रूसी तेल पर अमेरिकी दबाव के बीच भारत के लिए ईरानी बंदरगाह खुला
 
														- अमेरिकी सरकार ने भारत को ईरान के चाबहार बंदरगाह पर प्रतिबंधों से छह महीने के लिए रियायत दे दी।
नई दिल्ली |
अमेरिका लगातार भारत पर रूस से कच्चा तेल न खरीदने का दबाव बना रहा है, साथ ही उसने भारत के मध्य पूर्व में व्यापार के मुख्य मार्ग पर भी प्रतिबंध लगा रखा था, अब इसमें भारत को बड़ी कूटनीतिक राहत मिली है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत को ईरान के चाबहार बंदरगाह पर प्रतिबंधों से छह महीने के लिए रियायत दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह जानकारी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
इसके जरिए भारत अपना माल अफगानिस्तान और मध्य एशिया भेज सकता है, उसे मध्य एशिया पहुंचने के लिए पाकिस्तान के रास्ते की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह बंदरगाह भारत को रूस और यूरोप से भी सीधे व्यापार करने में मदद करता है।
सितंबर में अमेरिका ने लगाया था प्रतिबंध
दरअसल भारत ने 2024 में चाबहार को 10 साल के लिए लीज पर लिया था, भारत की योजना यहां 120 मिलियन डॉलर निवेश करने व 250 मिलियन डॉलर का सस्ता कर्ज देने की है। पर बीते महीने अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान के साथ हुए संघर्ष के बाद घोषणा कर दी थी कि वह 29 सितंबर से इस बंदरगाह को चलाने, पैसे देने या उससे जुड़े किसी काम में शामिल कंपनियों पर जुर्माना लगाएगा।
फिर इस छूट को बढ़ाकर 27 अक्टूबर कर दिया गया था, जिसकी मियाद 3 दिन पहले खत्म हुई थी। ट्रंप प्रशासन ने अब इस छूट को अगले 6 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
अमेरिका की ‘अधितकम दबाव’ के साथ ‘संतुलन’ की नीति
दुनिया गोल
अमेरिका फिर से बनाएगा परमाणु हथियार, दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा?
 
														- डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि उन्होंने युद्ध विभाग को परमाणु हथियारों का परीक्षण तुरंत शुरू करने का आदेश दिया है।
“परमाणु हथियारों की ‘भारी विनाशकारी ताकत’ के कारण वे इसे दोबारा शुरू नहीं करना चाहते थे, लेकिन “उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं था।”

नागासाकी के ए-बॉम्ब म्यूजियम में रखा यह प्रदर्शन दिखाता है कि आज दुनिया में कितने परमाणु हथियार बचे हैं। (तस्वीर 2012, Credit: Tim Wright/ICAN via flickr)
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा कि “अमेरिका के पास किसी भी अन्य देश के मुक़ाबले अभी ज़्यादा परमाणु हथियार हैं, रूस इस सूची में दूसरे स्थान पर है और चीन तीसरे स्थान पर है, लेकिन चीन अगले पांच साल में बराबरी पर पहुंच सकता है।”
वे बोले कि “सबसे ज्यादा परमाणु हथियार की उपलब्धि मेरे पहले कार्यकाल के दौरान हासिल हुई, तब हमने मौजूदा हथियारों को पूरी तरह आधुनिक और नया किया था।”

ड्रैगन कहे जाने वाले चीन ने परमाणु हथियारों के पहले उपयोग न करने की नीति के प्रति प्रतिबद्धता जतायी है।
Credit: Stefano Borghi
दुनिया गोल
जिस रूसी फर्म पर US ने बैन लगाया, भारत उसके साथ विमान क्यों बनाएगा?
 
														- भारत में बनेंगे SJ-100 विमान, घरेलू उड़ानों के लिए उपयोगी।
- रूस की यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन के साथ MOS साइन किया।
- रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते रूसी फर्म पर लागू हैं कई देशों के प्रतिबंध।
अमेरिका ने रूस की ऊर्जा कंपनियों पर हाल में बैन लगाया है पर अभी तक रूसी तेल कंपनियों पर कोई बैन नहीं लगाया गया है। दरअसल पश्चिमी देश जानते हैं कि अगर रूसी कच्चे तेल के आयात पर बैन लगा दिया गया तो पूरी दुनिया में तेल की कीमतों में उछाल आ जाएगा और स्थिरता खत्म हो जाएगी।
पर अब अब ट्रंप सरकार, रूसी सरकार के खजाने पर और दबाव बनाना चाहती है और उसका कहना है कि भारत जैसे देशों को रूस के तेल नहीं खरीदना चाहिए क्योंकि रूस इसके जरिए धन जुटाकर युद्ध में लगा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध से भारत में बढ़ा रूसी तेल का आयात
रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले भारत आने वाले कच्चे तेल में रूसी तेल की हिस्सेदारी बेहद कम थी, भारत में मुख्य रूप से मध्य पूर्व से तेल आता था। पर 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने भारी छूट पर रूसी कच्चा तेल खरीदना शुरू किया।
इससे वह अब भारत में कच्चे तेल के आयात का सबसे बड़ा स्रोत बन गया है।
ट्रंप भारत पर लगा चुके हैं 25% की पैनाल्टी
राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर दें, इसको लेकर वे कई बार बयान दे चुके हैं। भारत के ऊपर 25% की अमेरिकी पैनाल्टी भी उन्होंने लागू की है।
हाल में ट्रंप ने यहां तक दावा किया कि “भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा था कि भारत रूसी तेल खरीदना बंद कर देगा।” भारतीय विदेश मंत्रालय ने ऐसी कोई बातचीत होने से इनकार किया है।
ऐसे में अब रूस के साथ भारत के हालिया विमान समझौते को लेकर आशंकाएं घिर गई हैं, हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत, रूस के साथ व्यापार के फैसले स्वतंत्र रूप से ले रहा है।
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी2 months ago रिपोर्टर की डायरी2 months agoअलविदा डॉ. झा : एक शिक्षक जिसने जिला बनने से पहले बनाया ‘अररिया कॉलेज’ 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी2 months ago रिपोर्टर की डायरी2 months agoछपरा : पास में सो रहा था बच्चा, मां और मौसी का गला काटा, मां की मौत 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी1 month ago रिपोर्टर की डायरी1 month agoBihar : रास्ते में पोती से छेड़छाड़, विरोध करने पर दादा की पीट-पीटकर हत्या 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी1 month ago रिपोर्टर की डायरी1 month agoउत्तरकाशी : स्वतंत्र पत्रकार ने क्या कवरेज की थी.. जिसके बाद बैराज में मिला शव 
- 
																	   मेरी सुनो1 month ago मेरी सुनो1 month agoSSC online पेपर की बदइंतजामी से परेशान Aspirant ने फांसी लगाई, पुलिस ने बचाया 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी1 month ago रिपोर्टर की डायरी1 month agoनवादा: बाढ़ ने पुलिया तोड़ी, तीन बार बहा रोड.. पैदल नदी पार कर रहे ग्रामीण 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी4 weeks ago रिपोर्टर की डायरी4 weeks agoनवादा : दुर्गा पूजा में ससुराल आए युवक की मौत, पत्नी पर हत्या कराने का आरोप 
- 
																	   रिपोर्टर की डायरी4 weeks ago रिपोर्टर की डायरी4 weeks agoदुनिया से विदा ले गया वो CBI चीफ.. जिसने इंदिरा गांधी को गिरफ्तार किया था 






 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	







 
			 
											 
											 
											 
											 
											 
											