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दिल्ली के आसमान में एयरक्राफ्ट से कैमिकल आतिशबाजी, कुछ घंटों में कृत्रिम बारिश होगी

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By Tarkeshwar Rawat - Own work, CC BY-SA 4.0, Link
दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को वातावरण में आसानी से महसूस किया जा सकता है। (फोटो - विकिमीडिया)
  • क्लाउड सीडिंग के दूसरे ट्रायल के लिए कानपुर से विमान ने उड़ान भरी।
  • दिल्ली के कई इलाकों से होते हुए बिहार के खगड़िया व भोजपुर तक गया।
  • 8 क्लाउड सीड़िंग आसमान में छोड़े गए, जिससे कुछ घंटों में दिल्ली में बारिश होगी।

 

नई दिल्ली |

दिल्ली में आज (28 अक्तूबर) को किसी भी समय कृत्रिम बारिश हो सकती है। cloud seeding नाम से जानी जाने वाली इस प्रक्रिया का दूसरा ट्रायल पूरा हो जाने की घोषणा दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक्स पर की।

उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में Cloud Seeding का दूसरा ट्रायल किया गया। इसमें एक विमान के जरिए दिल्ली के आठ इलाकों में बादलों के अंदर रसायनिक पदार्थ को छिड़का गया, इसके लिए आतिशबाजी पैदा करने वाली pyro technique के जरिए क्लाउड सीडिंग की गई। 

 

स्वास्थ्य मंत्री का ट्वीट

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री का ट्वीट

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने IIT कानपुर की टीम के हवाले से कहा कि इस क्लाउड सीडिंग के 15 मिनट से चार घंटे के भीतर दिल्ली में बारिश हो सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बारिश नहीं हुई तो तीसरे चरण का ट्रायल भी आज ही होगा, जिसमें ह्यूमिडिटी के स्तर को बढ़ाकर प्रयोग किया जाएगा कि किस स्तर के दवाब पर बारिश हो सकती है।

 

कानपुर से उड़ान भरी, आठ इलाकों में क्लाउड सीडिंग

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक्स पर लिखा कि ससेना एयरक्राफ्ट (Cessna) ने यूपी के कानपुर से उड़ान भरी। इसके मेरठ की ओर से दिल्ली मेें प्रवेश किया और यहां के बुराड़ी, नार्थ करोल बाग, मयूर विहार, सदकपुर और भोजपुर और बागपत के खेकरा में क्लाउड सीडिंग की गई। इसके बाद विमान मेरठ एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। ये ट्रायल IIT कानपुर करा रहा है।

 

बादलों में रसायन छिड़ककर करायी जाती है कृत्रिम बारिश

आपको बता दें कि बादलों में रासायनिक पदार्थ छिड़ककर कृत्रिम बारिश कराने की प्रक्रिया के जरिए धूल व प्रदूषक कणों को वातावरण से हटा देने की प्रक्रिया को क्लाउट सीडिंग कहते हैं। सीएम रेखा गुप्ता ने 24 अक्तूबर को बताया था कि क्लाउड सीडिंग के लिए सिल्वर आयोडाइड या ड्राई आइस का उपयोग किया जाएगा, जो बादलों में नमी को संघनित कर बारिश पैदा करता है। यह तकनीक महाराष्ट्र और कर्नाटक में सफलतापूर्वक आजमाई जा चुकी है।

 

दिल्ली की प्रदूषित हवा के दौरान इंडिया गेट का दृश्य

दिल्ली की प्रदूषित हवा के दौरान इंडिया गेट का दृश्य

10 करोड़ का खर्च आएगा

गौरतलब है कि 24 अक्तूबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि यह तकनीक दिल्ली के वायु प्रदूषण  को घटाने के लिए उपयोगी हो सकती है। तब उन्होंने बताया था कि इस तकनीक की लागत करीबन 10 करोड़ रुपये हो सकती है। 

लखीसराय में नामांकन में पहुंची दिल्ली की CM रेखा गुप्ता को देखने भीड़ उमड़ी।

दिल्ली की CM रेखा गुप्ता (फाइल फोटो)

 

आज ही तीसरे चरण का ट्रायल भी होगा

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि दूसरे चरण के ट्रायल में 15-20 प्रतिशत तक बादलों में नमी पैदा की है। इसके बाद देखना जाएगा कि इस स्तर के दवाब से कितनी बारिश हो पाती है। अगर बारिश नहीं हुई तो क्लाउड सीडिंग के तीसरे ट्रायल में नमी के स्तर को बढ़ाया जाएगा।

 

भारी वाहनों की एंट्री बैन होगी

बता दें कि दिवाली के बाद से दिल्ली की हवा में जहरीले कण भर गए हैं जिससे वातावरण धुंधला है,  लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। सरकार ने ग्रैप-4 की सख्तियां लागू करते हुए बाहरी राज्यों के भारी वाहनों की एक नवंबर से एंट्री बैन कर दी है।

बोलते पन्ने.. एक कोशिश है क्लिष्ट सूचनाओं से जनहित की जानकारियां निकालकर हिन्दी के दर्शकों की आवाज बनने का। सरकारी कागजों के गुलाबी मौसम से लेकर जमीन की काली हकीकत की बात भी होगी ग्राउंड रिपोर्टिंग के जरिए। साथ ही, बोलते पन्ने जरिए बनेगा .. आपकी उन भावनाओं को आवाज देने का, जो अक्सर डायरी के पन्नों में दबी रह जाती हैं।

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SIR : बिहार के बाद अब UP समेत 12 राज्यों में वोटर लिस्ट की जांच का ऐलान

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credit - Election Commission of India YT
credit - YT channel of Election Commission of India

चुनाव आयोग ने 12 राज्य व UT में SIR कराने का ऐलान किया।

2026 में विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में सबसे पहले होगा।

जहां निकाय चुनाव चल रहे हैं, उन राज्यों में बाद में होगी वोटर जांच।

 

नई दिल्ली |

बिहार के बाद अब यूपी, MP, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 12 राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों में वोटर लिस्ट की गहन जांच का ऐलान हुआ है। चुनाव आयोग ने 27 अक्तूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी घोषणा कर दी है।

special intensive revision यानी SIR नाम से जानी जाने वाली इस प्रक्रिया के तहत सभी नागरिकों को वोटर लिस्ट में अपने नाम को वैलिड डॉक्युमेंट देकर वेरिफाई करवाना होगा।

नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार

नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार में हुई SIR को पैन इंडिया SIR का ‘पहला फेज़’ बताया और कहा कि पहले चरण का काम पूरा हो चुका है।

 

इन 12 राज्यों में होगी SIR

अब दूसरे चरण में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR करायी जाएगी। इसमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।

 

 

वोटिंग के लिए लाइन में लगीं महिलाएं (फाइल फोटो, साभार इंटरनेट)

वोटिंग के लिए लाइन में लगीं महिलाएं (फाइल फोटो, साभार इंटरनेट)

चुनावी 5 राज्यों को प्राथमिकता

आपको बता दें कि अगले साल देश के पांच राज्यों असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल व प. बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं, इन सभी राज्यों को SIR में प्राथमिकता दी जाएगी। चुनाव आयोग का कहना है कि इस प्रक्रिया से चुनाव से पहले वोटर लिस्ट से डुप्लीकेट नाम, दूसरी जगह शिफ्ट हो गए या मृत वोटरों के नाम हटाकर इसे शुद्ध किया जा सकेगा।

 

ये डॉक्यूमेंट वैलिड माने जाएंगे 

SIR के लिए स्वीकार किए जाने वाले दस्तावेजों की सूची में पहचान पत्र, पेंशन पेमेंट ऑर्डर, पासपोर्ट, बोर्ड/यूनिवर्सिटी डिग्री, आवास प्रमाण पत्र, आधार समेत कई अन्य दस्तावेज शामिल हैं।

वहीं, आधार के बारे में ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि आधार नागरिकता, डोमिसाइल या जन्मतिथि का प्रमाण नहीं है, लेकिन एसआईआर में पहचान पत्र के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

फरवरी में जारी होगी फाइनल वोटर लिस्ट

  • प्रिंटिंग/ट्रेनिंग: 28 अक्तूबर से 3 नवंबर, 2025
  • घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटाना: 4 नवंबर से 4 दिसंबर, 2025
  • ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल जारी करने की तारीख: 9 दिसंबर, 2025
  • आपत्ति दर्ज कराने की अवधि: 9 दिसंबर, 2025 से 8 जनवरी, 2026
  • सुनवाई और सत्यापन: 9 दिसंबर, 2025 से 31 जनवरी, 2026
  • अंतिम इलेक्टोरल रोल जारी करने की तारीख: 7 फ़रवरी, 2026
तीन बार घर जाएंगे BLO

बीएलओ का काम होगा कि वे नए मतदाताओं को शामिल करने के लिए फॉर्म-6 भरवाएंगे। घोषणा पत्र इकट्ठा करेंगे और उनके मिलान/लिंकिंग में मदद करेंगे। साथ ही, मतदाता को नामांकन फॉर्म (ईएफ़) भरने में मदद करेंगे, इसे ऑनलाइन भी भरा जा सकेगा।

साथ ही, बीएलओ ऐसे मतदाताओं की पहचान करेंगे जो मृत, स्थायी रूप से स्थानांतरित हैं या एक से अधिक जगह पंजीकृत हैं।

 

बिहार SIR में लगा था वोट चोरी का आरोप 

बता दें कि बिहार में करायी गई SIR को लेकर राहुल गांधी ने वोट-चोरी का मुद्दा उठाया था, ये मामला अब भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। बिहार में ये प्रक्रिया तीन महीने में पूरी कर ली गई थी। शुरूआती लिस्ट में 65 लाख वोटरों के नाम कटे थे, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग को आधार कार्ड को वैध दस्तावेज मानना पड़ा था।

SIR को लेकर चुनाव आयोग कहा है कि उन्होंने अपने निर्वाचन अधिकारियों को हिदायत दी है कि कोई भी पात्र नागरिक वोटर लिस्ट में जुड़ने से छूटना नहीं चाहिए।

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लालू यादव पर ‘नौकरी के बदले जमीन’ मामले पर क्रिमिनल केस चलेगा

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By Ministry of Railways (GODL-India), GODL-India, Link
  • दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले की सुनवाई,
  • IRCTC घोटाले में लालू-राबड़ी और तेजस्वी के खिलाफ आरोप तय
  • अदालत ने पूछा- आप आरोप स्वीकारेंगे, लालू बोले- आरोप गलत

नई दिल्ली |

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच RJD प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव पर अदालत का शिकंजा कस गया जो चुनाव में चुनौती बन सकता है।

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले की सुनवाई ने हलचल मचाई। सोमवार (13 oct) को कोर्ट ने RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पूर्व CM राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ IRCTC होलट घोटाले में आरोप तय किए।

ये मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू यादव ने रेलमंत्री रहते हुए ‘नौकरी के बदले जमीन’ (land for job) लेने के आरोप लगे। तब आरोप लगा था कि लालू प्रसाद यादव ने कोचर बंधुओं को रांची और पुरी के दो होटल लीज पर दिलवाए, बदले में पटना में तीन एकड़ जमीन ली।

 

10 नवंबर को फैसला

इससे पहले लालू व्हील चेयर पर कोर्ट पहुंचे। राबड़ी और तेजस्वी भी उनके साथ थे। ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में आज फैसला टला। कोर्ट अब 10 नवंबर को फैसला सुनाएगा।

 

कोर्ट बोला- ‘लालू की जानकारी में टेंडर घोटाले की साजिश हुई’

कोर्ट ने कहा, लालू की जानकारी में टेंडर घोटाले की साजिश रची गई और उनकी दखलंदाजी थी। कोर्ट ने लालू यादव से कोर्ट ने पूछा- ‘क्या आप आरोप स्वीकार करते हैं? या ट्रायल का सामना करेंगे।’ लालू यादव ने कहा- ‘सभी आरोप गलत हैं।’

इस मामले में अदालत ने आपराधिक षडयंत्र, बेईमानी और भ्रष्टाचार के चार्ज लगाए हैं।

बता दें कि 25 अगस्त 2025 की सुनवाई में कोर्ट ने दलीलें और सबूत देखने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। अब आरोप तय होने से मामला फिर चर्चा में है।

 

अमित शाह ने चुनाव लड़ने लायक न छोड़ने की धमकी दी थी- तेजस्वी

तेजस्वी ने X पर पोस्ट कर BJP पर निशाना साधा: “जब तक BJP सत्ता में है, मैं लड़ता रहूंगा। तूफानों से लड़ने का मजा अलग है।” उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा, जो एक महीने पहले बिहार में कहा था, “तेजस्वी को चुनाव लड़ने लायक नहीं छोड़ेंगे।” तेजस्वी ने लिखा, “हम बिहारी हैं, बाहरी से नहीं डरते। जय बिहार, जय बिहारी!”

 

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काजीरंगा की सोनाली घोष ने रचा इतिहास: वैश्विक संरक्षण पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय

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दाये से चौथे नंबर पर खड़ीं सोनाली घोष
दाहिने से चौथे नंबर पर पुरस्कार लिए खड़ीं काजीरंगा नेशनल पार्क की निदेशक सोनाली घोष
  • दुनिया भर में प्रकृति को बचाने के लिए काम करने वाली वैश्विक संस्था ने प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया।
नई दिल्ली |
असम के काजीरंगा नेशनल पार्क की पहली महिला निदेशक सोनाली घोष ने देश का नाम रोशन किया। वे पहली भारतीय बनीं, जिन्हें प्रकृति संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
यह पुरस्कार IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर) ने दिया, जो दुनिया भर में प्रकृति बचाने का काम करता है।  पुरस्कार का नाम है ‘केंटन आर. मिलर अवॉर्ड’। इसे हर दो साल में नेशनल पार्क्स में नए और शानदार काम के लिए दिया जाता है।
10 अक्टूबर को UAE के अबू धाबी में हुए समारोह में सोनाली को इक्वाडोर के पर्यावरणविद् रोक सिमोन के साथ सम्मानित किया गया। IUCN ने कहा, सोनाली ने स्थानीय लोगों को जोड़ा, जागरूकता बढ़ाई और पुराने ज्ञान को विज्ञान से मिलाया। इससे काजीरंगा और मानस जैसे इलाकों में वन्यजीव संरक्षण मजबूत हुआ।
यह मॉडल भारत के अन्य टाइगर रिजर्व्स के लिए प्रेरणा बन सकता है। 2006 में शुरू यह अवॉर्ड शिकार, जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से लड़ने वालों को सम्मानित करता है। 1948 में बनी IUCN प्रकृति और संसाधनों को बचाने के लिए काम करती है। 
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