आज के अखबार
आज के अखबार: गज़ा योजना पर सहमति व हरियाणा ADGP की आत्महत्या को प्रमुखता
नई दिल्ली |
भारत के प्रमुख अखबारों ने दस अक्तूबर के संस्करण में गज़ा युद्ध की पहली योजना पर सहमति बनने की खबर को प्राथमिकता से लिया। द इंडियन एक्सप्रेस ने एक दिन पहले हरियाणा ADGP की आत्महत्या के मामले में जातिगत भेदभाव के आरोपों की उजागर किया था। इन आरोपों को लेकर हरियाणा DGP पर हुई FIR को अखबारों ने प्रमुखता से पहले पन्ने पर छापा। इसके अलावा, ब्रिटेन के साथ हुए बड़े समझौते भी प्रमुख खबर बने।
द इंडियन एक्सप्रेस ने गज़ा में शांति योजना के पहले चरण पर इजरायल व हमास के बीच बनी सहमति को पहली खबर बनाया है। अखबार ने लिखा कि दो साल से जारी युद्ध थम सकता है, हस्ताक्षर करने के आयोजन के लिए ट्रंप इजिप्ट जा सकते हैं।
द टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार ने मोदी की ट्रंप से हुई फोन वार्ता को खबर बनाया है, मोदी ने गज़ा प्लान पर मोदी को बधाई देने के लिए फोन किया था। हालांकि अखबार ने पीएम के ट्वीट के जरिए आई इस जानकारी के उस हिस्से को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें मोदी ने लिखा कि उन्होंने ट्रंप से व्यापार मुद्दे पर सहमति बनाने की दिशा में बात की।
द हिन्दू औ हिन्दुस्तान टाइम्स अखबारों ने ब्रिटिश पीएम स्टार्मर के भारत दौरे के दौरान हुए एक बड़े मिसाइल सौदे को पहली खबर बनाया है।
हरियाणा के ADGP की खुदकुशी के मामले में जातिगत भेदभाव के आरोप में हरियाणा के DGP व 10 अफसरों पर केस होने की खबर दैनिक जागरण और दैनिक हिन्दुस्तान ने लीड लगाई है।
अमर उजाला ने जहरीला कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के निर्माता की गिरफ्तारी को पहली खबर बनाया है। इस कफसिरप के चलते अब तक 20 से ज्यादा छोटे बच्चों की मौत हो चुकी है।
आज के अखबार
ADGP और ASI का ‘सुसाइड’ : दोनों का Final नोट, सिर पर गोली और कोई Eye विटनेस नहीं
नई दिल्ली |
हरियाणा पुलिस में ADGP वाई पूरन सिंह की मौत के मामले में DGP समेत आठ बड़े पुलिस अफसरों के ऊपर जातिगत प्रताड़ना के आरोपों में केस दर्ज हुआ है। इस मामले ने 14 अक्तूबर को नाटकीय मोड़ ले लिया क्योंकि एक ASI ने कथिततौर पर आत्महत्या कर ली और मरने से पहले रिकॉर्ड करके एक वीडियो पुलिस व्हाट्सऐप ग्रुप में डाला। इस वीडियो में ADGP वाई पूरन सिंह को करप्ट बताया गया और DGP को ईमानदार।
रोहतक पुलिस की साइबर सेल में तैनात असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार की अपने गांव में मृत मिलने की खबर मिली, जो ADGP वाई पूरन सिंह से जुड़े एक करप्शन केस की जांच में शामिल थे।
दोनों मौतों में समानता : Indian express
इंडियन एक्सप्रेस ने 15 अक्तूबर की कवरेज में ADGP और ASI की मौत के तरीकों में समानता पाई है। अखबार ने लिखा है कि दोनों की मौत सिर में गोली लगने से हुई, दोनों ही मामले में कोई Eye witness नहीं था। साथ ही, दोनों के ही कथित सुसाइड नोट के ऊपर अंग्रेजी में ‘Final Note’ लिखा हुआ है। जबकि ADGP ने सुसाइड नोट अंग्रेजी में टाइप किया था, ASI ने हाथ से हिन्दी में लिखा है।
ADGP के गनर की जांच में था शामिल
द हिन्दू के मुताबिक, ASI संदीप कुमार, उस टीम में शामिल था जिसने ADGP के गनर सुशील कुमार के ऊपर शराब व्यापारी से मनी एक्सटॉर्शन के आरोपों की जांच की थी। इस गनर की गिरफ्तारी के एक दिन बाद 7 अक्तूबर को ADGP पूरन की मौत हो गई थी, जिसे आत्महत्या बताया जा रहा है।
‘लोगों को जगाने के लिए सुसाइड’
टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा कि ASI ने मरने के पहले एक वीडियो बनाकर दावा किया कि “ADGP पूरन का सुसाइड जातिगत भेदभाव का नहीं था, उन्होंने परिवार के सामने शर्मिंदा होने से बचने के लिए आत्महत्या की।” साथ ही ASI के ‘फाइनल नोट’ में लिखा है कि “वह लोगों को जगाने के लिए भगत सिंह की तरह अपना बलिदान दे रहा है।”
शव के पास ही वीडियो और फाइनल नोट मिलने का दावा
अखबार ने ये बात भी हाईलाइट की है कि रोहतक पुलिस के मुताबिक एएसआई संदीप का शव उन्हें रोहतक के एक गांव में उसके मामा के ट्यूबवेल रूम में मिला, वही पर उसका वीडियो और एक ‘फाइनल नोट’ मिला।
बता देेें कि ASI के ये आरोप, ADGP वाई पूरन सिंह के ‘फाइनल नोट’ के आरोपों से एकदम उलट हैं। ADGP पूरन ने DGP, SP समेत 8 अफसरों पर उनके साथ जातिवादी भेदभाव करने के आरोप लगाए थे, हाल में FIR दर्ज करके हरियाणा सरकार ने DGP को छुट्टी पर भी भेज दिया है।
इस खबर को देश के सभी अखबारों ने पहले पन्ने पर छापा है।
आज के अखबार
हरियाणा ASI का सुसाइड, माओवादी सरेंडर और दिल्ली की खराब हवा को मिली प्रमुखता
- भारत के अधिकांंश अखबारों ने 15 अक्तूबर को अलग-अलग मुद्दों को प्रमुख खबर बनाया।
नई दिल्ली |
आज (15 oct) के अखबारों ने अलग-अलग मामलों को लीड स्टोरी बनाया, हालांकि सभी अखबारों ने हरियाणा में एक ASI के आत्महत्या करने के मामले को प्रमुखता से लगाया है। इसके अलावा, दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने, माओवादी पार्टी के पॉलिटिक ब्रेन कहे जाने वाले एक नक्सली के सरेंडर की खबर को अखबारों ने प्रमुखता से लिया। इस दिन के अधिकांश अखबारों ने अलग-अलग खबर लीड लगाई है।
हरियाणा में ADGP पूरण कुमार की आत्महत्या के बाद अब एक ASI ने गोली मार सुसाइड कर लिया और उन्होंने मरने से पहले एक वीडियो बनाकर ADGP को भ्रष्ट भी बताया। इस खबर को अमर उजाला ने पहली खबर बनाया है।
दैनिक भास्कर ने भी इसी खबर को लीड स्टोरी बनाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी इसी खबर को पहली खबर बनाया।
दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा खराब, 14 अक्तूबर से GRAP के पहले चरण के प्रतिबंध लागू हुए। इस खबर को दैनिक हिन्दुस्तान ने पहली खबर बनाया है।
मंदिरों की दान धनराशि के दुरुपयोग से जुड़ा एक आदेश हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने जारी किया है, जिसको दैनिक जागरण ने पहली खबर बनाया।
शीर्ष माओवादी कमांडर भूपति ने 60 अन्य नक्सलियों के साथ महाराष्ट्र के गड़चिरौली में सरेंडर कर दिया। इस खबर को माओवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका और गृहमंत्रालय के लिए बड़ी सफलता बताते हुए इंडियन एक्सप्रेस ने पहली खबर बनाया है।
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु शराब घोटाले में ED की जांच पर उठाए और पूछा कि जब राज्य सरकार जांच कर रही है, तो ED को हस्तक्षेप का क्या अधिकार है? सुप्रीम कोर्ट ने ED को नोटिस जारी किया है, इस खबर को द हिन्दू ने पहली खबर बनाया।
आज के अखबार
अंग्रेजी अखबारों ने ‘बंधकों की रिहाई’ को लीड बनाया, हिन्दी अखबार लालू पर सिमटे
नई दिल्ली|
गज़ा में शांति की पहली शर्त यानी हमास की ओर से आखिरी जिंदा बीस बंधकों को इजरायल को सौंपना और बदले में फलस्तीनी बंधकों की वापसी की ऐतिहासिक घटना को सभी अंग्रेजी अखबारों ने पहली खबर बनाया। इसमें टाइम्स ऑफ इंडिया अपवाद था, जिसने इस खबर को फ्लैप पर जगह दी।
पर हिन्दी अखबारों ने हिन्दी पाठकों को इस घटना का महत्व समझाने के बजाय लालू यादव पर कसे अदालती शिकंजे की खबर को लीड स्टोरी बनाया। हालांकि बिहार चुनाव के चलते ये खबर काफी अहम है पर 13 अक्तूबर में पूरी दुनिया के लिए गज़ा का घटनाक्रम महत्वपूर्ण था क्योंकि इस युद्ध में 65000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और इसका असर पूरी दुनिया पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से पड़ रहा है।
द इंडियन एक्सप्रेस ने उस ऐतिहासिक घटना को पहली खबर बनाया है, हमास ने दो साल चले युद्ध के बाद आखिरी जिंदा बचे बंधकों को छोड़ा और बदले में दो हजार फलस्तीनी कैदी इजरायल ने छोड़े।
द हिन्दू ने भी इसी खबर को पहले पेज पर लगाया है।
द हिन्दुस्तान टाइम्स ने भी इसी खबर को पहले पन्ने पर लिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने पहले पन्ने पर भारत-कनाडा व्यापार संबंध को लेकर खबर दी। दोनों देशों के बीच तल्खी के बाद कनाडा की विदेश मंत्री भारत दौरे पर आईं।
दैनिक जागरण ने लालू यादव के ऊपर land for jab घोटाले में आपराधिक आरोप तय होने की खबर को पहले पेज पर लिया।
दैनिक हिन्दुस्तान ने भी इसी खबर को पहली खबर बनाया।
अमर उजाला ने भी इसी खबर को फ्रंट फेज पर प्रमुखता से लगाया।
दैनिक भास्कर ने भी इसी खबर को प्रमुख खबर बनाया। हालांकि ठीक बराबर में गज़ा में शांति की शुरूआत की खबर लगाई है।
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