चुनावी डायरी
भोजपुरी गायक पवन सिंह बोले- ‘चुनाव नहीं लडूंगा’, पत्नी ज्योति के जनसुराज जाने की खबरें
- भोजपुरी गायक पवन सिंह का पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहा है तलाक केस
- पवन सिंह ने 2018 में ज्योति सिंह से दूसरी शादी की, हाल में ज्योति PK से मिलीं
नई दिल्ली |
हाल में भाजपा में दोबारा शामिल हुए भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने दावा किया है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लडे़ंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी ज्वाइन करने का मकसद चुनाव लड़ना नहीं है। उनका बयान उन खबरों के बीच आया है, जिसमें कहा जा रहा है कि उनकी पत्नी ज्योति सिंह जनसुराज से चुनाव लड़ सकती हैं।
पवन सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-
“मैं भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।”
ज्योति का आरोप- जबरन अवॉर्शन कराया, अक्षरा से अफेयर
प्रेसकॉन्फ्रेंस करके ज्योति सिंह ने कहा कि शादी के बाद भी पवन सिंह का अफेयर भोजपुरी सिनेमा की एक्ट्रेस अक्षरा से अफेयर था। उन्होंने दावा किया कि
“जब भी वे प्रेग्नेंट होतीं तो उन्हें बच्चा गिराने की दवा खिला दी जाती थी। अगर वो इसके खिलाफ बोलतीं तो उन्हें टॉर्चर किया जाता था।”
उनका कहना है कि “वे इतने तनाव में थीं कि उन्होंने एक बार नींद की 25 गोलियां खा ली थीं।’
पवन सिंह बोले- चुनाव के समय परेशान करने की कोशिश
ज्योति सिंह के आरोपों पर पवन सिंह मीडिया में आए और 8 अक्तूबर को उन्होंने सफाई पेश की। उन्होंने कहा-
“हमारा तलाक का केस तीन-चार साल के कोर्ट में चल रहा है, अचानक से उन्हें (ज्योति) इतना प्यार क्यों उमड़ रहा है? मैं इसे केवल राजनीति कह सकता हूं जो मुझे परेशानी में डालने के लिए की जा रही है।
महिलाओं पर अश्लील कंटेंट बनाने का आरोप
भोजपुर सिनेमा के गायक व ऐक्टर पवन सिंह पर महिलाओं के खिलाफ अश्लील कंटेंट बनाने के सवाल उठते रहे हैं। हालांकि बिहार में उनकी युवाओं के बीच गहरी पैठ है। हाल में उन्होंने एक स्टेज शो के दौरान भोजपुरी एक्ट्रेस अंजली राघव को गलत तरीके से छुआ था।
पहली पत्नी ने कर ली थी आत्महत्या
पवन सिंह की पहली शादी 2014 में हुई थी और एक साल बाद 2015 में ही उनकी पत्नी मुंबई के उनके फ्लैट में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। तब आरोप लगा था कि नीलम इसलिए परेशान थीं क्योंकि पवन सिंह देरी से घर आते थे। बता दें कि नीलम, पवन सिंह के बड़े भाई की साली थीं और पवन सिंह के साथ उनका प्रेम विवाह हुआ था।
हाल में कुशवाहा से मुलाकात के बाद BJP में शामिल हुए
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बिहार : बेतिया सांसद से रंगदारी-’10 करोड़ दो वरना बेटे को मार देंगे’
- डॉ. संजय जायसवाल ने रंगदारी के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
- जिला पुलिस ने 24 घंटों के अंदर एक आरोपी को पकड़ा।
बेतिया | मनोज कुमार
बिहार में आचार संहिता लगी हुई है फिर भी अपराधियों का साहस देखने लायक है। पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल का कहना है कि उनके पास 10 करोड़ की रंगदारी के लिए धमकी भरा फोनकॉल आया। फोन करने वाले ने कहा कि अगर रूपया नहीं मिला तो उनके बेटे डॉ. शिवम जायसवाल की हत्या कर देंगे।
(Note – इस खबर को वीडियो पर देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।)
चूंकि मामला सांसद का था तो जिला पुलिस ने एक SIT बनाकर तुरंत जांच शुरू कर दी और चौबीस घंटे के अंदर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि जिस युवक ने सांसद से रंगदारी के लिए फोन किया, उसने अपने भाई के फोन का इस्तेमाल किया, जिसकी तीन महीने पहले गुमशुदगी दर्ज करायी थी।
बता दें कि सांसद डॉ. संजय जायसवाल के 25 अक्तूबर को लिखित आवेदन दिया था कि उनके बेटे को जान से मारने की धमकी भरी फोन कॉल उन्हें 23 अक्टूबर को दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से आई। जिसमें उनसे 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी।
इस मामले में एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने 26 अक्तूबर को बताया कि रंगदारी मांगने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान कालीबाग थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी अशोक कुमार के रूप में हुई है।
एसपी का कहना है कि आरोपी ने शातिर तरीके से घटना को अंजाम दिया। हमने मोबाइल के मालिक को गिरफ्तार किया तो पता लगा कि उसके भाई ने एक और अभियुक्त के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था, उसे पुलिस ढूंढने के लिए छापामारी कर रही है।
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बिहार : सीनियर सिटिजन व दिव्यांग वोटरों ने कर दिया चुनाव का आगाज
- होम वोटिंग की विशेष व्यवस्था के तहत 24 व 25 अक्टूबर को वोट डलवाए गए।
लखीसराय | गोपाल प्रसाद आर्य
बिहार में सीनियर सिटिजन व दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग 25 अक्तूबर को पूरी हो गई। होम वोटिंग के दौरान मतदाताओं में खूब उत्साह देखा गया।
इसके लिए जिला प्रशासन ने घर-घर जाकर वोटिंग कराई। 85 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटिजनों के घर जाकर चुनाव अधिकारियों ने वोटिंग करायी।
लखीसराय में होम वोटिंग (घर-घर जाकर मतदान) की विशेष व्यवस्था के तहत 24 व 25 अक्टूबर को वोट डलवाए गए। जिले की सूर्यगढ़ा व लखीसराय विधानसभा क्षेत्रों में पाँच-पाँच मतदान टीमों ने पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग करायी।
लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु के 14 वरिष्ठ मतदाता एवं 27 दिव्यांग मतदाता, कुल 41 मतदाता चिन्हित किए गए थे। जिला प्रशासन के कुशल पर्यवेक्षण में इन सभी 41 मतदाताओं का मतदान एक ही दिन में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।
वहीं, सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु के 42 वरिष्ठ मतदाता एवं 22 दिव्यांग मतदाता, कुल 64 मतदाता चिन्हित थे। इनमें से 57 मतदाताओं का मतदान 24 अक्टूबर को ही करा लिया गया तथा शेष 7 मतदाताओं का मतदान 25 अक्टूबर (शनिवार) को पूर्ण कराया गया। इस प्रकार दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में 100 प्रतिशत मतदान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
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चुनावी मंच से अनाउंसर ने चिराग का नाम लिया, पीएम मोदी ने इशारा करके नीतीश कुमार को भिजवाया
- बिहार में चुनाव की घोषणा के बाद पीएम मोदी का पहला प्रचार दौरा।
- समस्तीपुर में रैली के दौरान नीतीश कुमार को भाषण देने के लिए आगे किया।
- चिराग पासवान के नाम का अनाउंसमेंट सबसे पहले हुआ पर फिर नहीं बुलाया।
समस्तीपुर | हमारे संवाददाता
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार (24 oct) को समस्तीपुर में NDA उम्मीदवार के प्रचार के लिए पहुंचे, इस दौरान पीएम मोदी ने एक बड़े राजनीतिक विवाद को होने से बचा लिया। दरअसल दूधपुरा हवाई अड़्डा मैदान में हुई चुनावी जनसभा के दौरान अनाउंसर ने पीएम के भाषण से पहले सीएम नीतीश कुमार की जगह चिराग पासवान को भाषण देने के लिए तरजीह दी।
भाषण देने के लिए चिराग पासवान के नाम की घोषणा के तुरंत मंच पर बैठे पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने बायीं ओर मौजूद सीएम नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए अनाउंसर को संकेत दिया कि उन्हें मंच पर बुलाया जाए।
इसके बाद अनाउंसर ने समझदारी दिखाते हुए न सिर्फ सीएम नीतीश कुमार को मंच पर बुलाया, उससे पहले ‘विकास पुरुष’ कहते हुए उनके जिंदाबाद के नारे भी लगवाए। नीतीश कुमार ने मंच पर आकर दस मिनट का लिखा हुआ भाषण पढ़ा। और इसके बाद पीएम मोदी का 45 मिनट का भाषण हुआ।
चिराग को दोबारा भाषण के लिए नहीं बुलाया
हैरानी की बात यह रही कि चिराग पासवान को दोबारा भाषण के लिए नहीं बुलाया गया, जिसके अब राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। इस मामले का वीडियो वायरल हो रहा है, जबकि बीजेपी के फेसबुक लाइव से इस हिस्से को काट दिया गया है। बीजेपी का लाइव वहां से शुरू होता है जब सीएम नीतीश को भाषण देने के लिए अनाउंसर आमंत्रित कर रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी के मंच से नीतीश कुमार की जगह चिराग पासवान को अगर आगे कर दिया गया होता, जैसा कि अनाउंस हो चुका था, तो ये स्थिति आगे जदयू और बीजेपी के बीच एक और क्लैश की वजह बन सकती थी, जिसे समय रहते पीएम मोदी ने बचा लिया। ये चुनावी जनसभा दूधपूरा में NDA के प्रत्याशियों के समर्थन में की गई थी।
चिराग को लेकर JDU की BJP से चल रही थी नाराजगी
NDA के दलों के बीच हुए सीट बंटवारे के बाद जदयू, बीजेपी से नाराज हो गयी थी क्योंकि उसकी नौ सीटों को चिराग पासवान की लोजरा(रामविलास) को दे दिया गया था। तब राजनीतिक हलकों में खबरें थीं कि JDU की पारंपरिक सीटों पर लोजपा को आगे करके भाजपा उसे कमजोर करना चाहती है ताकि चुनाव के बाद JDU और नीतीश कुमार को साइडलाइन किया जा सके।
CM चेहरे को लेकर अमित शाह के बयान ने नाराजगी बढ़ाई
इसके सप्ताह भर बाद ही अमित शाह का एक बयान सामने आया, जिसने जदयू की नाराजगी और बढ़ा दी। टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा था कि जीते हुए विधायक अपना सीएम चुन लेंगे। ये कहकर उन्होंने नीतीश कुमार को सीएम बनाने का बात टाल दी थी। इसके बाद चिराग पासवान ने अमित शाह के बयान का समर्थन किया था। फिर उनका एक और बयान सामने आया कि ‘वे भी बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं पर वे यह सब-कुछ तुरंत नहीं चाहते।’
पीएम ने नीतीश की तारीफ की, जनता को ‘जंगल राज’ याद दिलाया
PM मोदी ने अपने भाषण में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार के दौरान हुए विकास को गिनाया। उन्होंने लोगों को अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने को कहा। फिर बोले- इस लाइट के सामने क्या किसी को लालटेन की जरूरत है? बता देें कि लालटेन RJD का चुनाव चिन्ह है।
फिर वे बोले कि ‘कांग्रेस के शासन में मोबाइल बहुत महंगा था। विदेश से मंगवाना पड़ता था। उस वक्त मोबाइल फोन बनाने वाली सिर्फ 2 फैक्ट्री थी, अब 200 से ज्यादा फैक्ट्रियां हैं। NDA सरकार में डेटा भी सस्ता है। इस वजह से नौजवानों को कंटेंट क्रिएशन का नया मार्केट मिला है। आज बिहार में ये मोबाइल, ये प्रकाश हर कोई देख रहा है।’ अपने भाषण में उन्होंने 17 बार जंगलराज का जिक्र किया।
कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव भी गए
पीएम मोदी समस्तीपुर जिला में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक आवास कर्पूरीग्राम में माल्यार्पण करने पहुंचे, इसके बाद जनसभा को संबोधित किया। नीतीश कुमार और पीएम मोदी दोनों ने ही अपने-अपने भाषणों में कर्पूरी ठाकुर का जिक्र किया। नीतीश कुमार ने पूरे समय लिखा हुआ भाषण पढ़ा। मोदी बोले कि कर्पूरी ठाकुर को NDA ने सम्मान दिया।
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