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लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का बड़ा आरोप- ‘पार्टी की हालत पर सवाल किया तो चप्पल मारकर घर से निकाला’

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  • शनिवार देर रात पटना एयरपोर्ट पहुंचीं रोहिणी मीडिया के सामने भावुक हुईं।
  • बोलीं- ‘मेरा कोई परिवार नहीं, जाकर तेजस्वी यादव से पूछिए क्या हुआ?’

(नोट – इस खबर को वीडियो पर देखने के लिए इस लिंक पर जाएं।)

पटना | हमारे संवाददाता

RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने एयरपोर्ट पर शनिवार रात (15 nov) को मीडिया के सामने भावुक होकर कहा कि “मेरा कोई परिवार नहीं है, मैंने पार्टी की हालत पर सवाल उठाया तो मुझे चप्पल मारकर, गाली देकर घर से निकाल दिया गया।”

उन्होंने भावुक होते हुए मीडिया के सामने बयान दिया, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसे दुर्व्यवहार के लिए उन्होंने परिवार के किस सदस्य पर सीधा आरोप लगाया है। पर लालू यादव की बेटी का यह बयान काफी गंभीर है।

दरअसल मीडिया ने उनसे सवाल पूछा कि उन्होंने ट्वीट करके परिवार से अलग होने की बात क्यों कही है? इस पर उन्होंने कहा-

“मेरा कोई परिवार नहीं है। आप ये बात संजय यादव, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछ सकते हैं। उन्होंने ही मुझे परिवार से बाहर निकाला। वो कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते… पूरा देश पूछ रहा है कि पार्टी इतनी नाकाम क्यों हुई। जब आप संजय यादव और रमीज का नाम लेते हैं, तो आपको घर से निकाल दिया जाता है, बेइज्ज किया जाता है, गालियाँ दी जाती हैं और यहां तक कि मारा भी जाता है

इससे पहले वे सोशल मीडिया पर लिखकर अपनी नाराजगी जताती रही हैं पर पहली बार मीडिया के सामने उन्होंने अपने गुस्से को शब्द दिए। शनिवार को दिन में उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि वे परिवार व राजनीति छोड़ रही हैं और उन्होंने इसके लिए तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज पर आरोप लगाया था।

दिन में ट्वीट करके कहा था- मेरा कोई परिवार नहीं

इससे पहले सुबह रोहिणी ने X पर पोस्ट कर राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने लिखा कि संजय यादव और रमीज़ ने ही उन्हें ऐसा करने पर मजबूर किया और वह सारा दोष अपने ऊपर ले रही हैं।

 

जानिए कौन है संजय यादव और रमीज नेमत 

तेजस्वी यादव,  संजय यादव और रमीज नेमत आपस में दोस्त हैं। स्कूल के समय से संजय यादव की तेजस्वी से दोस्ती रही और अब वे उनके राजनीतिक सलाहकार भी हैं। पार्टी के राजनीतिक फैसलों में उनका काफी दखल माना जाता है। वे हरियाणा में रहते हैं।

दूसरी ओर, रमीज नेमत राजद का सोशल मीडिया संभालते हैं और यूपी में सपा के पूर्व बाहुबली सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं। एक समय वे सक्रिय क्रिकेट खिलाड़ी भी रहे और झारखंड टीम से फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 30 मैच खेल चुके हैं। इसी दौरान उनकी पहचान तेजस्वी यादव से गहरी हुई, जो खुद भी क्रिकेट से जुड़े रहे हैं।

 

 

 

बोलते पन्ने.. एक कोशिश है क्लिष्ट सूचनाओं से जनहित की जानकारियां निकालकर हिन्दी के दर्शकों की आवाज बनने का। सरकारी कागजों के गुलाबी मौसम से लेकर जमीन की काली हकीकत की बात भी होगी ग्राउंड रिपोर्टिंग के जरिए। साथ ही, बोलते पन्ने जरिए बनेगा .. आपकी उन भावनाओं को आवाज देने का, जो अक्सर डायरी के पन्नों में दबी रह जाती हैं।

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बिहार : नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, कल लेंगे CM पद की शपथ

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बिहार विधान मंडल के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना गया। (साभार- नीतीश कुमार फेसबुक)
बिहार विधान मंडल के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना गया। (साभार- नीतीश कुमार फेसबुक)

पटना |

एनडीए विधायक दल का नेता बनने के बाद बुधवार शाम (19 नवंबर) नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब कल (20 नवंबर) को प्रसिद्ध गांधी मैदान में वे नई सरकार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

इस्तीफा देने के बाद पुरानी सरकार भंग हो गई है और अब राज्यपाल के आदेश पर नई सरकार के गठन तक वे कार्यवाहक मुख्यमंत्री होंगे। इससे पहले एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया गया।

यह बैठक बिहार विधानसभा के सेंट्रल हॉल में हुई। इससे पहले भाजपा और जदयू के विधायक दल की अलग-अलग बैठक हुई थी। भाजपा की बैठक में जहां सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता चुना गया, वहीं नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना गया।

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Delhi में कार ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ. उमर, एक वीडियो में क्या प्रैक्टिस करता दिखा?

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आतंकी डॉ. उमर का वीडियो वायरल हो रहा है।
आतंकी डॉ. उमर का वीडियो वायरल हो रहा है।
  • अब मर चुके आतंकी डॉ. उमर के फोन से जांच एजेंसियों को एक वीडियो रिकवर हुआ है।

नई दिल्ली|

दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किला के पास हुए कार ब्लास्ट में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को मुख्य संदिग्ध, फिदायीन हमलावर डॉक्टर उमर उन नबी (Dr. Umar un Nabi) का एक वीडियो मिला है, जिसमें वह अंग्रेजी (English) में ‘शहादत के ऑपरेशन’ (martyrdom operations) और ‘सुसाइड बॉम्बिंग’ (suicide bombing) की पैरवी (defending) करता दिखाई दे रहा है। यह वीडियो उसके भाई की एक गलती के कारण सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लग गया।

 

वीडियो में क्या बोल रहा है आतंकी उमर?
1 मिनट 20 सेकंड के इस वीडियो में डॉ. उमर एक कैमरे के सामने बैठकर तकरीर दे रहा है।
वह कहता है, “जिसे लोग सुसाइड बॉम्बिंग कहते हैं, इस्लाम में उसे ‘शहादत का ऑपरेशन’ कहते हैं… शहादत का ऑपरेशन वह होता है जब कोई व्यक्ति एक खास जगह और खास समय पर मरने के इरादे से जाता है।”
जांचकर्ताओं (Investigators) का मानना है कि यह वीडियो लोगों का ब्रेन वॉश (brainwash) करने के लिए बनाया गया था और इसका टोन (tone) पुलवामा हमले (Pulwama attack) के आतंकी आदिल डार (Adil Dar) के वीडियो जैसा ही है।

 

तकरीर देने की प्रैक्टिस कर रहा था

डॉ. उमर का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। द हिन्दू ने दावा किया है कि वीडियो कम से कम आठ महीने पहले शूट किया गया है। वीडियो में सुना जा सकता है कि डॉ. उमर सुसाइड बॉम्बिंग को लेकर अपने भड़कीले भाषण के लिए अभ्यास (practise) कर रहा है, वह वीडियो में कई बार अटकता है और स्क्रीन के पास से कुछ पढ़ने की कोशिश करता भी दिखता है और आखिर में अटक जाने के बाद वीडियो बंद कर देता है।

 

भाई ने ‘तालाब’ में फेंका था फोन
यह वीडियो एजेंसियों तक कैसे पहुंचा, इसकी कहानी भी दिलचस्प है।
1. कार ब्लास्ट से पहले, जब फरीदाबाद मॉड्यूल (Faridabad module) के अन्य डॉक्टर (मुजम्मिल, शाहीन और अदील) गिरफ्तार होने लगे तो उमर का भाई डर गया।
2. उमर ने अपना फोन अपने भाई के सुपुर्द किया था। गिरफ्तारी के डर से भाई ने वह फोन अपने घर के पास एक तालाब (pond) में फेंक दिया।
3. जांच के दौरान, एजेंसियों ने जब उमर के फोन की लोकेशन (location) ट्रेस (trace) की और उसके भाई से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने राज उगल दिया। एजेंसियों ने तालाब से फोन बरामद कर लिया और डेटा रिकवर कर लिया।

 

कौन था डॉक्टर उमर?
1. पेशा: मोहम्मद उमर पेशे से डॉक्टर था और फरीदाबाद (Faridabad) की अल-फलाह यूनिवर्सिटी (Al-Falah University) में असिस्टेंट प्रोफेसर (Assistant Professor) के तौर पर तैनात था।
2. निवासी: वह जम्मू-कश्मीर (J&K) के पुलवामा (Pulwama) जिले का रहने वाला था।
3. साजिश: वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल (terror module) का हिस्सा था। 10 नवंबर को अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद, उसने लाल किले के पास कार में खुद को उड़ा लिया।
4. कनेक्शन: यह मॉड्यूल पाकिस्तान (Pakistan) स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।

 

‘पैनिक’ में नहीं, ‘सोची-समझी’ साजिश थी
शुरुआत में माना जा रहा था कि यह धमाका हड़बड़ी में हुआ था। लेकिन अब इस वीडियो के सामने आने के बाद, जांच एजेंसियों को यकीन हो गया है कि यह कोई पैनिक ब्लास्ट (panic blast) नहीं, बल्कि एक बेहद सोची-समझी और खतरनाक इरादों वाली आतंकी साजिश (terror conspiracy) थी।
(राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अब इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है और इसे दिल्ली में हुआ पहला ‘कार-बॉर्न सुसाइड अटैक’ (car-borne suicide attack) माना जा रहा है।

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SIR के खिलाफ दिल्ली में रैली करेगी कांग्रेस

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नई दिल्ली|

कांग्रेस ने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली करने का फैसला किया है। यह फैसला मंगलवार को इंदिरा भवन में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी मौजूद थे।

कांग्रेस का कहना है कि एसआईआर के जरिए लोगों के नाम जानबूझकर मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। पार्टी का चुनाव आयोग पर आरोप है कि चुनाव आयोग बिहार की तरह ही बाकी राज्यों में भी इसी नीति को लागू कर रहा है। कांग्रेस ने बताया कि एसआईआर के खिलाफ चलाए गए राष्ट्रीय हस्ताक्षर अभियान में लगभग 5 करोड़ लोगों ने समर्थन दिया है।

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया पर कई राज्यों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि केरल विधानसभा ने इसे स्थगित करने का प्रस्ताव भी पारित किया, लेकिन चुनाव आयोग ने किसी की बात नहीं मानी। वेणुगोपाल का आरोप है कि चुनाव आयोग भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और एसआईआर के खिलाफ देशभर में लड़ाई जारी रखेगी। पार्टी का कहना है कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र और विपक्षी दलों को कमजोर करने का प्रयास है।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने इससे पहले बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान करीब 47 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए थे। अब यही प्रक्रिया केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में शुरू की गई है, जहाँ 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

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